लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। स्व. कमला बहुगुणा के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में सोमवार को महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ़ इन्फ़ॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। लखनऊ कैंपस के ऑडिटोरियम में आयोजित इस प्रतियोगिता का विषय “क्या भारत में महिलाओं को आरक्षण देने से वास्तविक समानता हासिल की जा सकती है? था” इसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
ऋषभ बाजपेयी (एमए राजनीतिक शास्त्र, तृतीय सेमेस्टर) ने पहला स्थान, प्रकृति सोनी (एमए साइकोलॉजी, प्रथम सेमेस्टर) ने दूसरा स्थान और नीलाक्षी मिश्रा (बीए, पांचवा सेमेस्टर) ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। अंश त्रिवेदी और हर्ष वर्मा (मानविकी विभाग) को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सभी स्थान प्राप्त करने वाले छात्र इंटर-यूनिवर्सिटी वाद-विवाद प्रतियोगिता के ग्रैंड फिनाले में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे।
सामाजिक कार्यकर्ताओं नरेंद्र त्रिपाठी, प्रोमिला अरोड़ा और अनूप श्रीवास्तव (प्रबंधक, महर्षि विद्या मंदिर, लखनऊ) ने कमला बहुगुणा के जीवन और उनकी विरासत पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने रीता बहुगुणा जोशी के इस विचार के दूरदर्शी लक्ष्य पर चर्चा की। कुलपति प्रो. (डॉ.) भानु प्रताप सिंह ने वाद-विवाद को उच्च शिक्षा का महत्वपूर्ण अंग बताया, जबकि एमयूआईटी के डीन अकादमिक्स डा. नीरज जैन ने सभी विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया। डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. सपन अस्थाना ने कार्यक्रम का सारांश प्रस्तुत किया। पूरे कार्यक्रम का संचालन डॉ. विजय श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ .मनोज कुमार सिंह थे। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ. सरिता वर्मा, डॉ. रमाकांत मौर्य, डॉ. सपन अस्थाना, और समीर त्रिपाठी शामिल थे। डॉ. रूपम सिंह, डीन साइंस एंड ह्यूमैनिटीज ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में रजिस्ट्रार डॉ. गिरीश छिमवाल, राजेश सिंह और उनकी टीम ने विशेष योगदान दिया।