- कम्पनी को इनोवेशन के साथ अपनी मजबूत विकास गति जारी रखने की उम्मीद
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। वैशाली फार्मा लिमिटेड के बॉर्ड ऑफ डिरेक्टर्स ने आयोजित बैठक में स्टॉक विभाजन के साथ 1:1 के अनुपात में बोनस इक्विटी शेयर जारी करने की सिफारिश की है। कंपनी ने 10 रूपए अंकित मूल्य के 1 इक्विटी शेयर को 2 रूपए के अंकित मूल्य के 5 इक्विटी शेयरों में उप-विभाजन को मंजूरी दे दी। बोनस इश्यू का उद्देश्य मौजूदा शेयरधारकों को पुरस्कृत करना, तरलता बढ़ाना और शेयरधारक आधार का विस्तार करना है। बोर्ड ने राइट्स इश्यू, प्राइवेट प्लेसमेंट, क्वालिफाइड इन्स्टिट्यूशन्स प्लेसमेंट (क्यूआईपी), प्रेफरन्शियल इश्यू या किसी अन्य विधि के माध्यम से इक्विटी शेयर, डिबेंचर या अन्य सिक्योरिटीज के माध्यम से धन जुटाने के प्रस्ताव पर भी विचार किया।
दुनिया भर में सेमी-रेग्युलेटेड और नोन-रेग्युलेटेड बाजारों में काम करते हुए, कंपनी ने हाल ही में दक्षिणी अफ्रीका, पश्चिम अफ्रीका, गल्फ रिजन, लैटिन अमेरिका और आसियान क्षेत्र में 19 पंजीकरण प्राप्त किए थे। ये पंजीकरण कंपनी के वार्षिक राजस्व में लगभग रु. 100 मिलियन का योगदान देने के लिए तैयार हैं।
मजबूत प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और वितरण नेटवर्क द्वारा समर्थित कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 के पहली तिमाही के लिए मजबूत वित्तीय प्रदर्शन की सूचना दी थी। 30 जून, 2024 को समाप्त तिमाही के लिए, वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में कंपनी की बिक्री 34.70 प्रतिशत बढ़कर रु. 18.08 करोड़ हुई, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही के दौरान यह रु. 13.42 करोड़ थी। कंपनी का शुद्ध लाभ जून 2023 को समाप्त पिछली तिमाही में रु. 1.59 करोड़ के मुकाबले 7.13 प्रतिशत बढ़कर 1.70 करोड़ रूपए हो गया।
इस विषय पर टिप्पणी करते हुए वैशाली फार्मा लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अतुल वसाणी ने कहाकि हमें अपने हितधारकों को सूचित करते हुए गर्व हो रहा है कि कंपनी अपनी दीर्घकालिक विकास रणनीति में महत्वपूर्ण प्रगति कर रही है और उत्कृष्ट परिचालन एवं वित्तीय परिणाम दे रही है। स्टॉक विभाजन और बोनस शेयरों पर विचार शेयरधारकों को पुरस्कृत करने और उनका दीर्घकालिक विश्वास और विश्वास अर्जित करने के कंपनी के दृष्टिकोण के अनुरूप है। यह कदम न केवल हमारे मौजूदा शेयरधारकों को उनके निरंतर समर्थन के लिए पुरस्कृत करेगा बल्कि कंपनी के इक्विटी आधार को भी बढ़ाएगा, जिससे तरलता बढ़ेगी। विकास और नवप्रवर्तन पर ध्यान देने के साथ, कंपनी रणनीतिक पहलों के माध्यम से अपनी पहचान बना रही है और उभरते फार्मास्युटिकल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपस्थिति बनने का वादा कर रही है।
1989 में स्थापित वैशाली फार्मा लिमिटेड एपीआई, फॉर्मूलेशन, सर्जिकल प्रोडक्ट्स, वैटरिनरी सप्लीमेन्ट्स, हर्बल आइटम, न्यूट्रास्यूटिकल्स और ऑन्कोलॉजी प्रोडक्ट्स सहित विभिन्न प्रकार के फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स के उत्पादन और विपणन में माहिर है। उनका पोर्टफोलियो मानव और पशु दोनों की स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को पूरा करता है। कंपनी के पास कई देशों में 250 से अधिक फॉर्मूलेशन ब्रांड हैं और लगभग 250 डोजियर की एक मजबूत पाइपलाइन है। WHO-GMP विनिर्माण सुविधाओं के साथ कंपनी का सहक्रियात्मक सहयोग ग्राहकों के साथ उत्कृष्ट तालमेल द्वारा समर्थित है। कंपनी फार्मास्युटिकल उद्योग में सबसे तेजी से बढ़ती और सबसे वर्सेटाइल कंपनी में से एक है। इसकी घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों में मजबूत उपस्थिति है और वर्तमान में यह सभी प्रमुख भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को आपूर्ति कर रही है।