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मारुति सुज़ुकी ने अयोध्या में किया ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का निर्माण

सड़क सुरक्षा सम्बन्धी सीएसआर में मारुति सुज़ुकी की सशक्त पहल

अयोध्या (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड ने अयोध्या में चालक प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (डीटीटीआई) में अपने ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक (एडीटीटी) का कार्य पूरा कर लिया है। अयोध्या पहला ऐसा केंद्र है जहां इस एमओए के अंतर्गत ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का निर्माण किया गया है। यूपी सरकार के साथ अनुबंध के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने के 45 दिनों के रिकॉर्ड समय के भीतर इस ऑटोमेशन के कार्य को संपन्न किया गया।

 राहुल भारती (एक्सेक्यूटिव ऑफिसर, कॉर्पोरेट अफ़ेयर्स, मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड) ने कहा, ”सड़क सुरक्षा में सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ मानव कौशल और यातायात नियमों की जानकारी होना है। ड्राइविंग लाइसेंस दिए जाने से पहले 100% कम्प्यूटरीकृत परीक्षण किए जाने से यह सुनिश्चित हो जाएगा कि केवल कुशल ड्राइवर ही वाहन चलाएंगे। हम उत्तर प्रदेश सरकार के आभारी हैं कि उन्होंने हमें पावन नगरी अयोध्या में ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक को ऑटोमेट करने का अवसर प्रदान किया। अयोध्या में आगंतुकों की बढ़ती संख्या के साथ, आखिरी पड़ाव तक सुरक्षित गतिशीलता प्रदान करने की आवश्यकता में भी वृद्धि होगी। 

उन्होंने कहा, ”सड़क सुरक्षा के प्रति अपने इस संकल्प को आगे बढ़ाते हुए हमने गोरखपुर, मथुरा, प्रयागराज और वाराणसी में भी ऑटोमेटेड डीटीटीआई की स्थापना की है। ये सभी जल्द ही कार्यात्मक हो जाएंगे।”

100% कम्प्यूटरीकृत ऑटोमेटेड ड्राइविंग लाइसेंस परीक्षण ट्रैक को हाई-डेफिनिशन कैमरों और एक एकीकृत आईटी प्रणाली के साथ तैयार किया गया है, जो इस परीक्षण को और अधिक व्यापक, प्रभावी और पारदर्शी बनाते हैं। यह नव उद्घाटन सुविधा एक ही ट्रैक पर हल्के मोटर वाहन (एलएमवी) और भारी मोटर वाहन (एचएमवी) दोनों प्रकार के आवेदकों का परीक्षण करने में सक्षम है। इसके अलावा, दोपहिया वाहन आवेदकों के ड्राइविंग परीक्षण के लिए एक अलग सर्पेन्टाइन ट्रैक उपलब्ध है। यह मूल्यांकन केंद्रीय मोटर वाहन नियम (सीएमवीआर) के अनुरूप किया जाएगा। 

2 दिसंबर, 2023 को, मारुति सुज़ुकी ने अयोध्या, गोरखपुर, मथुरा, प्रयागराज और वाराणसी में चालक प्रशिक्षण और परीक्षण संस्थानों (डीटीटीआई) में ड्राइविंग लाइसेंस परीक्षण ट्रैक को स्वचालित स्वरूप प्रदान करने के लिए परिवहन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एक अनुबंध ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए थे। अयोध्या पहला ऐसा केंद्र है जहां इस एमओए के अंतर्गत ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का निर्माण किया गया।