लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। वर्ल्ड किडनी डे के अवसर पर मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करने की घोषणा की है। हॉस्पिटल ने अब तक 201 किडनी ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किए हैं। मेदांता अस्पताल ने अपनी इस उपलब्धि को उन सभी अंगदाताओं को समर्पित किया है, जिन्होंने अपने अंगदान से अपने परिवार के सदस्यों को नया जीवन प्रदान किया। हॉस्पिटल ने उन सभी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ का भी आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने इस सफलता में अपना अमूल्य योगदान दिया।
मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ के किडनी ट्रांसप्लांट विभाग का नेतृत्व डॉ. आरके शर्मा और डॉ. राकेश कपूर करते हैं। दोनों डॉक्टरों के पास किडनी ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में 20 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उनकी टीम में अनुभवी डॉक्टरों और नर्सों का एक समूह शामिल है जो मरीजों को उच्चतम स्तर का इलाज और देखभाल प्रदान करते हैं।
मेदांता हॉस्पिटल में सबसे छोटे 15 साल के बच्चे से लेकर 76 वर्ष के वृद्ध पेशेंट में ट्रांसप्लांट हुए है। जिसमें अपने देश के लावा सऊदी अरबिया और अमेरिका के मरीज भी शामिल है। मेदांता हॉस्पिटल में समान ब्लड ग्रुप वाले कंपेटिबल और आसमान ब्लड ग्रुप वाली इंकंपेटिबल ट्रांसप्लांट सफलता पूर्वक हुए है। यह ट्रांसप्लांट यहां की विशिष्ट टीम, अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर एवं ह्यूमन ल्यूकोसाइट एंटीजन (एचएलए) लैब के सामूहिक प्रयास से सफल हुए हैं।
मेदांता हॉस्पिटल किडनी रोगियों के लिए विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करता है, जिसमें किडनी ट्रांसप्लांट, डायलिसिस, और किडनी रोगों का प्रबंधन शामिल है। हॉस्पिटल में एक अत्याधुनिक किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट है, जो मरीजों को सुरक्षित और प्रभावी उपचार प्रदान करती है। हॉस्पिटल में किडनी की अन्य बीमारियों जैसे किडनी में पथरी, पेशाब की नली में पथरी, प्रोस्टेट कैंसर का इलाज डॉ. राकेश कपूर के नेतृत्व में स्पेशलिस्ट यूरोलॉजिस्ट्स की टीम करती है।
इस उपलब्धि पर डॉ. आरके शर्मा (डायरेक्टर नेफ्रोलॉजी, मेदांता हॉस्पिटल) ने इस उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा, “यह उपलब्धि हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह हमारे डॉक्टरों, नर्सों और मरीजों के बीच विश्वास, सहयोग और सामंजस्य का प्रतीक है। हम किडनी रोगियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
डॉ. राकेश कपूर (मेडिकल डायरेक्टर, मेदांता हॉस्पिटल) ने कहा, “हम उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होंने इस उपलब्धि में अपना योगदान दिया है। हम किडनी रोगियों के लिए बेहतर उपचार विकल्पों को विकसित करने के लिए अपना प्रयास जारी रखेंगे।”