लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। लखनऊ को स्वच्छ व सुंदर बनाने की कवायद की जा रही है। लेकिन शहर की सफाई व्यवस्था अभी तक पटरी पर नहीं आ सकी है। जगह जगह लगे कूड़े के ढेर स्वच्छता अभियान की हकीकत बयां कर रहे हैं। भले ही नगर निगम ने पांच जोनों में सफाई का काम बड़ी कम्पनी को दे दिया है, लेकिन अभी भी कई इलाकों में स्थानीय ठेकेदार काम कर रहे हैं। जिससे शहर की साफ सफाई नहीं हो पा रही है।
प्रमुख इलाके में भी कचरा नहीं उठ रहा है। इस वजह से लोगों को दिक्कत हो रही है। राजधानी में साफ सफाई के लिए हैदराबाद की कंपनी को पांच जोन में काम दिया गया है, लेकिन अभी तक इस कंपनी ने जिम्मेदारी नहीं संभाली है। लोकल ठेकेदार ही साफ सफाई का काम कर रहे हैं। यह न तो कचरा उठा रहे हैं और न सफाई कर रहे हैं।
यह स्थिति नागरिकों के लिए बहुत ही चिंताजनक है। शहर की सफाई और हालात को सुधारने के लिए कदम उठाने की जरूरत है। लोकल ठेकेदारों को उनकी जिम्मेदारियों को समझाने और कार्रवाई के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। साथ ही, सुविधाओं की प्रभावी व्यवस्था और कंपनियों की निगरानी में सुधार किया जाना चाहिए।
नगर निगम और स्थानीय प्रशासन को इस मामले में सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए और निरंतर मॉनिटरिंग करते रहना चाहिए। साथ ही, जनता को भी जागरूक करना चाहिए कि वे अपने आस-पास के इलाकों की सफाई और हालात को सुधारने में सहायता कर सकते हैं। इस समस्या को हल करने के लिए सही दिशा में कदम उठाना जरूरी है, ताकि लखनऊ शहर को गंदगी से मुक्त और स्वच्छ बनाने में सफल हो सके।