कान्स फिल्म फेस्टिवल में धूम मचाने के बाद देशी थिएटर्स में आ रही है फिल्म “अल्फा बीटा गामा”
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। जरा सोचिए, कोरोना काल में पहले लॉकडाउन के दौरान एक आदमी, उसकी पत्नी और पत्नी का ब्वॉयफ्रेंड एक ही घर में 14 दिनों के लिए बंद हो गए हों तो उसका नज़ारा क्या होगा? क्या होगा घर के अंदर का माहौल? कुछ ऐसे ही मसालेदार तड़के के साथ एक लव स्टोरी फिल्म “अल्फा बीटा गामा” देश भर के सिनेमाघरों में 8 मार्च को रिलीज होगी।
इस फिल्म को पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट के कुछ लोगों ने एक टीम बनाकर बनाया है। फ्रेश सब्जेक्ट, अनछुई कहानी है और यही वजह है कि इस फिल्म ने पिछले 2 से 3 सालों में दुनियां भर में वाहवाही बटोरी है। लेखक निर्देशक श्रीकुमार शंकर की फिल्म “अल्फा बीटा गामा” का इंडियन पैनोरमा में ऑफिशियली सलेक्शन के साथ 52वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल IFFI गोवा में तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत हुआ। उसके बाद फिल्म अल्फा बीटा गामा दुनियां भर के एक से बढ़कर एक प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में आकर्षण का केंद्र बनी।
फिल्म के लेखक और निर्देशक श्रीकुमार शंकर कहते हैं कि “हमारी एक शानदार टीम है जिसमें सभी दोस्त हैं और हम सभी ने मिलकर रिश्तों की कहानी का एक नया पहलू दिखने की कोशिश की है। दुनियां भर के कई प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में हमारी फिल्म को काफी प्यार मिला है और मुझे लगता है कि इसे दर्शक भी खूब पसंद करेंगे।”
साल 2022 में INB मिनिस्ट्री ने फिल्म अल्फा बीटा गामा को भारत का नेतृत्व करने के लिए बर्लिन फिल्म महोत्सव में भेजा, जहां यूरोपियन फिल्म मार्केट का मंच सजा था। 2022 में ही फिल्म को 75वें कॉन फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित करने का मौका मिला। यहां भारत में अलग अलग भाषाओं में 6 फिल्में गई थीं जिसमें अल्फा बीटा गामा इकलौती हिंदी फिल्म थी जिसकी स्क्रीनिंग कॉन फिल्म फेस्टिवल में हुई। फिल्म को इस समारोह में जबरदस्त सराहना मिली। USA स्थित वॉशिंगटन में आयोजित तस्वीर फिल्म में जब फिल्म अल्फा बीटा गामा पहुंची तो सबका दिल जीत लिया। तस्वीर महोत्सव नॉर्थ अमेरिका में साउथ एशियन फिल्म का सबसे बड़े फेस्टिवल का आयोजन होता है जिसमें साउथ एशियन फिल्मों को एंट्री मिलती है और अल्फा बीटा गामा को इस महोत्सव में ऑफिशियल एंट्री मिली थी।
साल 2023 में यूरोप में स्थित ऑस्ट्रिया में हुए रिएक्टर फिल्म फेस्टिवल फिल्म को ऑफिशियल एंट्री मिली। इस महोत्सव में फिल्म की अभिनेत्री रीना अग्रवाल को बेस्ट एक्टर के पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। इस फेस्टिवल में दुनियां भर के 40 देशों की चुनिंदा फिल्में प्रदर्शित हुई जहां अल्फा बीटा गामा ने काफी वाहवाही लूटी।
फिल्म की निर्माता तथा लेखिका मेनका शर्मा ने कहा कि “फिल्म इंस्टीट्यूट पुणे के हम सब दोस्तों ने मिलकर बहुत ही मेहनत से एक फिल्म बनाई है। जिस तरह से दुनियां भर के फिल्म समारोहों में इस फिल्म पर तालियां बजी हैं, मुझे उम्मीद है कि अपने देश के दर्शक भी इसे उतना ही प्यार देंगे। फिल्म समारोहों में इसका प्रदर्शन देख कर काफी हौसला बढ़ा है।”
फिल्म का विषय और कहानी अनछुई है जिसमें दो प्रेमी जो बचपन से एक दूसरे से कॉलेज के ज़माने से प्यार करते हैं, शादी के दस साल बाद अलग होने का फैसला ले लेते हैं, दोनों की ज़िंदगियाँ अलग रास्तों पर चल पड़ी है और उनकी जिंदगियों में नया प्यार भी आ चुका है। लेकिन एक दिन अचानक तलाक की बात करने जब पति अपनी पत्नी के घर होता है, लॉकडाउन लग जाता है वो भी तब, जब पत्नी का नया प्यार भी वही था। ये तीनों अब एक घर में 14 दिनों के लिए कैद हो जाते हैं और फिर शुरू होता है हंगामा।
लेखक और निर्देशक श्रीकुमार शंकर की फिल्म अल्फा बीटा गामा एक लव स्टोरी हैं जिसमें स्लाइस ऑफ लाइफ के बीच ढेर सारी कॉमेडी है। फिल्म में रीना अग्रवाल के अलावा निशान ननैया और अमित कुमार वशिष्ठ मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। ये फिल्म छोटी फिल्म प्रोडक्शन और नाउनसेंस के बैनर तले बनी है। अल्फा बीटा गामा को 70mm टॉकीज, सामंत चौहान और अगस्त्य जैन ने प्रस्तुत किया है। मोना शंकर, मेनका शर्मा, जितिन राज और थॉमस पुन्नूस ने फिल्म को प्रोड्यूस किया है।