लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट एवं प्रगति इवेंट के संयुक्त तत्वावधान में अवध विहार योजना, अवध शिल्प ग्राम खुला क्षेत्र में चल रहे 5वें लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव की 10वीं सांस्कृतिक सन्ध्या में शुक्रवार को कथक, राजस्थानी व बिहू नृत्य की मोहक छटा बिखरी। 10वीं सांस्कृतिक सन्ध्या का शुभारंभ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और उपाध्यक्ष एनबी सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर पवन पाल, हेमा खत्री, प्रिया पाल भी उपस्थित थे।
अपराह्न चारु काव्यांगन द्वारा कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। मुख्य आतिथ्य रविन्द्र नाथ तिवारी, विशिष्ट आतिथ्य डॉ. निर्भय नारायण गुप्त की उपस्थिति में कवि सम्मेलन की अध्यक्षता नरेंद्र भूषण ने की। नीतू श्रीवास्तव की वाणी वंदना से आरम्भ हुए कवि सम्मेलन में कवियों का स्वागत डॉ. रेणू द्विवेदी और विनोद द्विवेदी ने आभार व्यक्त किया।
हेमा खत्री के संयोजन में हिमांशु वर्मा ने तुम को मेरे दिल ने पुकारा, नितिन शर्मा ने मै निकला गड्डी ले के, आफताब वारसी ने मुझे इश्क है तुझी से, नेहा अरोरा ने झूम झूम बाबा गीत को सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।रिचा तिवारी के निर्देशन में कलाकारों ने गणेश वंदना के पश्चात राजस्थानी और बिहू नृत्य की मनोरम छटा बिखेरी। वर्णिका श्रीवास्तव के नृत्य निर्देशन में स्वर धारा म्यूजिक एण्ड डांस अकादमी के कलाकारों लक्ष्य, दिविशा, शिवांश और पार्थ ने जलसा गीत पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया।
आशा नृत्यांगना फाउण्डेशन के कलाकारों काशवी, अपर्णा राय, गरिमा, अनन्या और कनिष्का ने शिव स्तुति के उपरान्त कथक नृत्य के पारम्परिक स्वरूपों को प्रस्तुत कर दर्शकों को रस सिंचिंत कर दिया। कार्यक्रम का संचालन अरविंद सक्सेना ने किया।