लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ के ऑर्थोपेडिक सर्जरी विभाग ने इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के तत्वावधान में ऑर्थोपेडिक्स में 3डी प्रिंटिंग पर एक सफल वर्कशॉप की मेजबानी की। मेदांता अस्पताल लखनऊ के प्रसिद्ध ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. सैफ एन शाह के नेतृत्व में आयोजित वर्कशॉप ने इस अभूतपूर्व तकनीक और क्षेत्र में इसके अनुप्रयोगों के बारे में नवीनतम तकनीकी जानकारी प्रदान की।
डॉ. सैफ एन शाह ने बताया, “3डी प्रिंटिंग ने रोगी-विशिष्ट प्रत्यारोपण और जटिल शारीरिक मॉडल के निर्माण को सशक्त बनाकर आर्थोपेडिक्स के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। सर्जन अब सावधानीपूर्वक प्रीऑपरेटिव योजना के लिए विस्तृत 3डी-मुद्रित मॉडल का लाभ उठा सकते हैं, जिससे ज्वाइंट रिप्लेसमेंट जैसी प्रक्रियाओं में सटीकता बढ़ जाती है। इसके अलावा यह तकनीक, प्रत्येक रोगी की अनूठी शारीरिक रचना के अनुरूप कस्टम इम्प्लांट को डिजाइन और प्रिंट करने की क्षमता, इम्प्लांट फिट करने और उसकी फ़ंक्शनेलिटी में काफी सुधार करती है, संभावित रूप से जटिलताओं को कम करती है। यह परिवर्तनकारी तकनीक शरीर में इंप्लांट किए जाने वाले नवीनतम बायोकंपेटिबल मैटेरियल के विकास का मार्ग भी प्रशस्त करती हैं।”
वर्कशॉप के दौरान 3डी प्रिंटिंग के प्रस्तुत किए गए प्रमुख लाभों में से एक रोगियों के अनुरूप कस्टम प्रत्यारोपण डिजाइन करने की क्षमता थी। यह न केवल इंप्लांट का सही फिट होना सुनिश्चित करता है बल्कि इम्प्लांट की कार्यक्षमता को भी बढ़ा देता है, जिससे सर्जरी के बाद की जटिलताओं को संभावित रूप से कम किया जा सकता है। वर्कशॉप में व्यक्तिगत आर्थोपेडिक समाधान पेश करके क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए 3डी प्रिंटिंग तकनीक की क्षमता पर जोर दिया गया।
वर्कशॉप में प्रतिभागियों ने आर्थोपेडिक्स में 3डी प्रिंटिंग के व्यावहारिक अनुप्रयोगों के बारे में उत्साह व्यक्त किया, जिससे रोगी के परिणामों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। डॉ. सैफ एन. शाह ने अपने संबोधन में ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी से गुजरने वाले रोगियों के लिए सर्वोत्तम संभव देखभाल सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी प्रगति की जानकारी से अपडेट रहने के महत्व पर जोर दिया।