लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। एकाना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित हो रहे 68वें वार्षिक सम्मेलन आईओए कॉन्फ्रेंस 2023 के हिस्से के रूप में इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन द्वारा एकदिवसीय आईओए पीजी कोर्स का आयोजन हुआ।
संयोजक डॉ. राजेश गुप्ता ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए निरंतर सीखने और कौशल विकास के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “इस आयोजन ने युवा डॉक्टरों को अनुभवी और प्रतिष्ठत विशेषज्ञों से सीखने और अपने डायग्नोस्टिक स्किल्स को बढ़ाने के लिए एक मूल्यवान मंच प्रदान किया।”
कार्यक्रम को चार सत्रों में विभाजित किया गया था, जिनमें से प्रत्येक आर्थोपेडिक रोगियों के इलाज के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित था। डॉ. संदीप कुमार और डॉ. विनीत शर्मा द्वारा संचालित पहले सत्र में घुटने, कोहनी, तंत्रिका चोट और सीटीईवी पर चर्चा शामिल थी।डॉ. राजेश गुप्ता, डॉ. सुमित सुराल और डॉ. जीके सिंह द्वारा संचालित दूसरे सत्र में कूल्हे के मामलों के डायग्नोसिस को शामिल किया गया। इसमें टीबी हिप पर एक लंबी केस चर्चा और नॉन-यूनियन, ऑस्टियोमाइलाइटिस और ट्यूमर के मामले शामिल रहे।
डॉ. सुधीर कपूर, डॉ. केके मुखोपाध्याय और डॉ. शाह वलीउल्लाह द्वारा संचालित तीसरे सत्र रीढ़ की हड्डी के मामलों के डायग्नोसिस पर केंद्रित था। इसमें रीढ़ की हड्डी के टीबी पर एक लंबी चर्चा और विभिन्न अन्य रीढ़ की बीमारियों पर चर्चा शामिल थी। डॉ. राजगोपालन, डॉ. आरएन श्रीवास्तव और डॉ. संजीव कुमार द्वारा संचालित चौथे सत्र में वार्ड राउंड, प्रत्यारोपण और उपकरणों, ऑर्थोटिक्स और प्रोस्थोटिक्स और रेडियोलॉजी पर चर्चा शामिल थी।
आईओए पीजी कोर्स के संयोजक डॉ. संजीव कुमार ने प्रतिभागियों और वक्ताओं को धन्यवाद देकर पाठ्यक्रम का समापन किया। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि इस पाठ्यक्रम ने मूल्यवान अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया गया है, जो प्रतिभागियों को उनके प्रैक्टिस के दौरान लाभान्वित करेगा।”