लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। लखनऊ विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं तकनीकी संकाय में चल रही तीन दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस (आईसीसीआईसीएस-2023) के तीसरे व अंतिम दिन भी दो टेक्निकल सेशन का आयोजन किया गया।
प्रथम टेक्निकल सत्र के पहले मुख्य वक्ता प्रोफेसर आलोक चतुर्वेदी (पूर्दू यूनिवर्सिटी, यूएसए) ने इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी व टेलीकम्युनिकेशन से संबंधित मूलभूत विधियों पर प्रकाश डालते हुए तत्कालीन रोजमर्रा की जरूरत में उसके उपयोग के बारे मे बताया।
सत्र के दूसरे मुख्य वक्ता प्रो. मोहम्मद हारून (इंटीग्रल यूनिवर्सिटी) ने मानव मस्तिष्क संरचना व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्ट्रक्चर के मध्य, समानता व कार्य विधि, सूचना प्रबंधन व उसके संचार तंत्र को विभिन्न माध्यमों व उदाहरणों द्वारा समझाया। परसेप्ट्रॉन, हिडन लेयर्स व फीड फॉरवार्ड तंत्र के बिंदुओं पर अत्यंत सूक्ष्मता के साथ सुपरवाइज्ड व अनसुपरवाइज्ड मशीन लर्निंग माध्यमों पर रोचक व्याख्यान दिया।
सत्र के अन्तिम वक्ता व अध्यक्ष के रूप में उपस्थित डॉ. उपेंद्र कुमार (आईटी लखनऊ) ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एवं मशीन लर्निंग के दैनिक जीवन में उपयोग तथा इसका प्रयोगात्मक रूप से कार्यान्वित करने के विभिन्न तरीकों से छात्रों को अवगत कराया। प्रथम सत्र के समापन मे सभी मुख्य अतिथियों का सम्मान स्मृति चिन्ह द्वारा इंजी. रोहित श्रीवास्तव एवं इंजी. प्रेम शंकर यादव द्वारा किया गया।
दूसरे टेक्निकल सत्र के प्रथम मुख्य वक्ता के रूप में अनिल कुमार तिवारी (आईआईटी जोधपुर) ने मशीन लर्निंग व डीप लर्निंग का अनुप्रयोग एवं इमेज प्रोसेसिंग तथा पैटर्न रिकॉग्निशन जैसे डीएनए पेटर्न रिकॉग्निशन, क्राउड मैनेजमेंट को आईओटी व क्लाउड कंप्यूटिंग के परिक्षेत्र में बहुत ही सुंदर उदाहरण से वर्णित किया। कीर्ति सेठ (आई एन एच यू यूनिवर्सिटी, उज़्बेकिस्तान) ने बायो इंस्पायर्ड ऑप्टिमाइजेशन तकनीकी व न्यूरल नेटवर्क से संबंधित कंप्यूटर बेस्ड प्रणाली के महत्व को दर्शाया।
दूसरे सत्र की अध्यक्षता कर रहे डॉ. निश्चल कुमार वर्मा (आईआईटी, कानपुर) ने बायोइनफॉर्मेटिक्स, साइबर फॉरेंसिक सिस्टम और हेल्थ मैनेजमेंट के क्षेत्र में मशीन लर्निंग व डीप लर्निंग के महत्व को विस्तार से समझाया।इसके साथ ही कान्फेंस में विभिन्न शोधकर्ताओं नें अपनी रिसर्च पेपर को विषय विशेषज्ञों के सामने प्रस्तुत किया।
दूसरे सत्र के समापन मे सभी मुख्य अतिथियों का सम्मान स्मृति चिन्ह देकर इंजी. अवनीश कुमार जैन एवं इंजी. चंद्रभान सिंह ने किया।
कॉन्फ्रेंस के समापन समारोह में मुख्य अतिथि आसिफ सिद्दीकी (जनरल मैनेजर, इसरो टेलिमेटरी) का संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर अशोक कुमार सिंह ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सिक्योरिटी के परिपेक्ष्य में हुए विभिन्न आविष्कारों का संदर्भ देते हुए उनकी महत्ता व उसके गहन अध्ययन की आवश्यकता पर जोर देकर विद्यार्थियों, शोध छात्रों व शिक्षकों को इस ओर कार्यान्वित होने के लिए के लिए प्रेरित किया।
समन्वयक इंजी. जीशान अली सिद्दीकी ने बताया कि कांफ्रेंस में कुल 119 शोध पत्र प्राप्त हुए थे, जिसमें टेलर एंड फ्रांसिस के मापदंड के अनुसार कुल 40% लगभग 48 शोध पत्रों का ही चयन किया गया। चयनित शोध पत्रों का प्रकाशन सीआरसी प्रेस द्वारा किया जाएगा। डॉ. सिद्धार्थ सिंह ने संयोजन समिति के सभी अध्यापकों तथा छात्रों को धन्यवाद आभार ज्ञापित किया।
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