लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद की समृद्ध विरासत को बढ़ावा देने के प्रयास में, आयुर्वेद दिवस समारोह के लिए कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की। जिसका समापन सीएसआईआर-केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआई) द्वारा आयोजित एक दिवसीय स्वास्थ्य जांच शिविर में हुआ। 8वें आयुर्वेद दिवस को मनाने के लिए केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान, लखनऊ ने क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान (आरएआरआई), लखनऊ के सहयोग इस उत्सव का आयोजन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत सीएसआईआर- केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान की प्रधान वैज्ञानिक डॉ. विनीता त्रिपाठी के द्वारा अतिथियों के स्वागत के साथ हुई। सीडीआरआई की निदेशक डॉ. राधा रंगराजन ने कार्यक्रम की गरिमा बढा़ते हुए अतिथियों को सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम में आरएआरआई के डॉ. आलोक कुमार श्रीवास्तव, डॉ. अंजली बैजनाथ प्रसाद, डॉ. अल्का दीक्षित, रत्नेश वर्मा, रोहित सिंह एवं महेंद्र जैसे आयुष डॉक्टरों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया। इस विशेष विश्लेषण से व्यक्ति अपने शारीरिक स्वास्थ्य को समझ सकते हैं, जिसे स्वास्थ्य के दोनों प्रक्षेपणात्मक और चिकित्सा संदर्भों में उपयोग किया जा सकता है। आरएआरआई से डा. अंजली द्वारा एक व्याख्यान दिया गया, जिसमें “आयुष आहार” पर व्याख्या की गई।
एक दिवसीय स्वास्थ्य जांच शिविर के दौरान, सीडीआरआई कर्मचारियों, वैज्ञानिकों एवं अनुसंधान छात्रो ने स्वास्थ्य जांच सत्रों में सक्रिय रूप से भाग लिया। इन जांचों में एक विस्तृत प्रश्नावली शामिल थी। जिसमें जीवनशैली, शारीरिक लक्षण और पाचन और मनोदशा जैसे शारीरिक कामकाज के पहलुओं को शामिल किया गया था।
आरएआरआई के डॉ. आलोक कुमार श्रीवास्तव ने कार्यक्रम के व्यापक लक्ष्य पर प्रकाश डाला, जो इस समय-सम्मानित परंपरा को संरक्षित एवं बढ़ावा देकर हर घर में आयुर्वेद को फिर से पहुंचाना है। यह व्यक्तियों को उनकी प्रकृति या मूल प्रकृति के अनुसार उनके आहार और गतिविधियों के बारे में बताता है एवं सही निर्णय लेने में सक्षम बनाता है।