लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग के एमबीए (फिअनांस एंड एकाउंटिंग) ने 1 नवंबर से 7 नवंबर तक “फाइनेंसियल डेरीवेटिव एंड रिस्क मैनेजमेंट” पर एक सप्ताह का एफडीपी कार्यक्रम आयोजित किया है। बुधवार को उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत वाणिज्य विभाग के निदेशक, एमबीए (फिअनांस एंड एकाउंटिंग) एवं कार्यक्रम के समन्वयक प्रो. अवधेश कुमार के स्फूर्तिदायक स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने एफडीपी के विषय पर जोर दिया और कहाकि वित्त की दुनिया में, जहां अनिश्चितताएं और जटिलताएं व्याप्त हैं। वहीं शिक्षकों और शोधकर्ताओं के रूप में हमारे लिए गतिशील परिदृश्य को नेविगेट करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहाकि कार्यक्रम में कुल 12 तकनीकी सत्र हैं जो विभिन्न संस्थानों, कॉर्पोरेट्स और उद्योगों के सम्मानित विद्वत जनों द्वारा लिए जाएंगे।
उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने कहाकि “फाइनेंसियल डेरीवेटिव एंड रिस्क मैनेजमेंट” पर यह एफडीपी कार्यक्रम हमारे शिक्षको एवं शोधार्थियों की क्षमताओं को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह वित्त के क्षेत्र में हमारे शिक्षको एवं शोधार्थियों के लिए एक उपयोगी यात्रा होगी, जिससे उन्हें मदद मिलेगी। उन्होंने प्रभावी वित्तीय प्रबंधन के लिए तीन महत्वपूर्ण निर्णयों यानी धन का अर्जन आवंटन और वितरण की प्रासंगिकता पर भी जोर दिया है।
कार्यक्रम के सह-संरक्षक और वाणिज्य विभाग के प्रमुख प्रोफेसर राम मिलन के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ। इस अवसर पर विभिन्न संकाय सदस्य प्रो. एसके शुक्ला, समन्वयक प्रो. अवधेश, डॉ. गीतिका टी. कपूर, डॉ. सुनीता श्रीवास्तव, आयोजन सचिव डॉ. ज्ञान प्रकाश एवं डॉ. ऋषि कांत, डॉ. प्रशांत सिंह, डॉ. चंद्रकांत कुशवाहा, कार्यकारी समितियों के सदस्य डॉ. अमित मिश्रा, डॉ. आकृति जयसवाल, डॉ. अनीता तिवारी, डॉ. समीना ग़ज़ल, एप्लाइड इकोनॉमिक्स के अन्य संकाय सदस्यों के साथ डीन, डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर संगीता साहू और छात्र इस अवसर पर उपस्थित थे।