लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। 15वां जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का प्रारंभ राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (निपसिड) में शनिवार को प्रारंभ हुआ। सात दिवसीय इस सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम का आयोजन नेहरू युवा केंद्र संगठन एवं गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। जिसका उद्देश्य नेहरू युवा केंद्र के युवाओं को अपने देश की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं से परिचित कराना है।
शिविर का उद्घाटन डॉ. सुभाष चंद्र पांडे (प्राचार्य, अटल बिहारी वाजपई नगर निगम डिग्री कॉलेज) ने किया। उन्होंने कहा कि हमारा देश समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं का वाहक है, निश्चित रूप से इस प्रकार के शिविर हमें पूर्ण अनुशासन में रहकर जीवन जीना सिखाते हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों से हम, भारत की सांस्कृतिक परंपराओं से अवगत होते हैं। निश्चित रूप से यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना एक भारत श्रेष्ठ भारत को साकार करता है।
शिविर के उद्घाटन के बाद समस्त प्रतिभागियों का पंजीकरण तथा पारस्परिक परिचय, अपेक्षा फॉर्म भरवाया गया। इस सात दिवसीय आयोजन की विस्तृत रूपरेखा विकास सिंह (युवा अधिकारी नेहरू युवा केंद्र लखनऊ) द्वारा प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम के अंत में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। जिसमें प्रतिभागियों ने तीन राज्यों बिहार झारखंड उड़ीसा के परंपरागत गीत प्रस्तुत किए। उन्होंने अपनी अपनी लोकसंस्कृति का जीवंत चित्रण मंच पर किया। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता डॉ. आराधना राज (उपनिदेशक नेहरू युवा केंद्र उत्तर प्रदेश) और संचालन डॉ. उपेंद्र कुमार ने किया। सांस्कृतिक आदान-प्रदान के इस शिविर में भारत के तीन राज्यों बिहार झारखंड और उड़ीसा के छह जनपदों लखीसराय, गया (बिहार) लोहरदगा, गिरिडीह ,खूंटी (झारखंड) कंधमाल (उड़ीसा) से 200 प्रतिभागी भारत के सुदूर ग्रामीण अंचलों से आकर प्रतिभाग कर रहे हैं।