Wednesday , November 13 2024

केन्‍द्रीय सचिव से बोली महिलाएं, बिटिया बरसों बाद अब गांव में साफ पानी पीने को मिल रहा है

-जल शक्ति मंत्रालय की सचिव विनी महाजन ने बुधवार को मोहनलालगंज के दहियर गांव का किया निरीक्षण 

– केन्‍द्रीय सचिव ने गांव में घर-घर जाकर महिलाओं, बुर्जुगों व बच्‍चों से जानी हर घर जल योजना की हकीकत

– महिलाओं को बताए क्‍लोरीनयुक्‍त पानी पीने के फायदे 

– केन्‍द्रीय सचिव को गांव की महिलाओं ने सुनाई जल जीवन मिशन की कामयाबी की कहानी 

– मुख्‍य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्‍यक्षता में केन्‍द्रीय सचिव ने मंगलवार देर शाम तक जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना की समीक्षा की

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। क्‍यों माई… घर में जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना से जो नल लगा है उससे दिन में कितनी बार पानी मिल रहा है? पानी साफ है या नहीं? प्रेशर तो कम नहीं आता है? यह वह सवाल हैं जो जल शक्ति मंत्रालय की सचिव विनी महाजन ने अपने निरीक्षण के दूसरे दिन बुधवार को मोहनलालगंज के दहियर गांव में घर-घर जाकर महिलाओं से किये। महिलाओं के जवाब सुनकर वह भी अचंभित रह गई। गांव की बुजुर्ग महिला आरती देवी ने कहा बिटिया हर घर नल लगने से सबसे अधिक खुश गांव की महिलाएं है। शुद्ध जल मिलने से उनका स्‍वास्थय तो बेहतर हो ही रहा है, समय भी बच रहा है। 

जल शक्ति मंत्रालय की सचिव विनी महाजन ने गांव में महिलाओं, बुजुर्गों और बच्‍चों से पानी की टोह ली। निरीक्षण के दौरान वह गांव में कई महिलाओं के घर के अंदर गई और खुद टैप खोल कर पानी की सप्‍लाई देखी। मौके पर ही उन्‍होंने एफटीके किट से पानी की जांच कराकर उसकी गुणवत्‍ता को परखा। उन्‍होंने महिलाओं से पूछा कि पानी दिन में कितनी बार आता है, उसका प्रेशर कैसा है। इस पर महिलाओं ने बताया कि दिन में दो बार पानी की सप्‍लाई होती है। प्रेशर इतना तेज होता है कि मकान की छत पर रखी टंकी बिना पंप की सहायता के भर जाती है। उन्‍होंने महिलाओं से रैनडम आधार पर एक के बाद एक कई सवाल किए। उन्‍होंने महिलाओं से स्‍वच्‍छता को लेकर बात की और पूछा कि हर घर में शौचालय है कि नहीं। 

क्‍लोरीनयुक्‍त पानी के बताए फायदे

विनी महाजन ने जब महिलाओं से क्‍लोरीनयुक्‍त पानी के बारे में सवाल किया तो वह पहले थोड़ा हिचकिचाई। इस पर उन्‍होंने महिलाओं को क्‍लोरीनयुक्‍त पानी के फायदे बताए। उन्‍होंने कहा कि क्‍लोरीनयुक्‍त पानी पीने से शरीर के अंदर जो खराब बैक्टिरिया पाए जाते हैं, वह मर जाते हैं। शरीर स्‍वस्‍थ रहता है। केन्‍द्रीय सचिव ने निरीक्षण के दौरान पंप आपरेटर से बातचीत की। उनसे क्‍लोरीनेशन प्रक्रिया के बारे में पूछा। 

बच्‍चों से घुल-मिल गई केन्‍द्रीय सचिव

केन्‍द्रीय सचिव विनी महाजन गांव में सिर्फ महिलाओं से नहीं बल्कि बच्‍चों में भी काफी घुल मिल गई। उन्‍होंने गांव के कई बच्‍चों को अपने पास बिठाया और उनसे भी कई सवाल किए। उन्‍होंने बच्‍चों से पूछा जो पानी वेस्‍ट होता है, वह कहां जाता है। मां घर में पानी को कहां स्‍टोर करती है। बच्‍चों ने बड़ी ही मासूमियत से बताया कि घर में टंकी और कई बर्तनों में पानी स्‍टोर किया जाता है। वेस्‍ट पानी पास में ही बने सोक पिट और तालाब में जाता है। बच्‍चों ने बताया कि पहले सुबह हैंडपंप से पानी भरने जाते थे। इससे स्‍कूल लेट पहुंचते थे लेकिन हर घर नल लगने से स्‍कूल समय पर पहुंच जाते हैं। साफ पानी पीने से उनको बीमारियां भी नहीं होती हैं।

गांवों में क्‍लोरीनेशन युक्‍त पानी के लाभ को लेकर चले अभियान: दुर्गा शंकर मिश्र

इससे पूर्व मंगलवार को मुख्‍य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्‍यक्षता में केन्‍द्रीय सचिव विनी महाजन ने जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना की समीक्षा की। उन्‍होंने कहा कि डेढ़ साल पहले जल जीवन मिशन हर घर नल देने में सबसे पीछे था लेकिन अब यूपी देश के सभी राज्‍यों में सबसे टॉप पर है। इसके लिए सरकार व अधिकारी बधाई के पात्र हैं। उन्‍होंने कहा कि अब हमें गुणवत्‍ता, स्थिरता और संचालन पर ध्‍यान देने की जरूरत है। स्‍वच्‍छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए कहा कि खुले में शौच करने के मामले में अभी काफी काम करने की जरूरत है। स्‍वच्‍छ भारत मिशन में कुछ गांवों की जमीनी हकीकत आंकड़ों से इतर है। मुख्‍य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने सबसे पहले जल जीवन मिशन की शानदार सफलता व तेज गति के लिए विभागीय अधिकारियों को बधाई दी। उन्‍होंने गांवों में क्‍लोरीनेशन युक्‍त पानी के लाभ को लेकर अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्‍होंने गांवों में स्‍कीम इंफारमेंशन बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाए जाने को कहा।