बनी दुनिया की पहली GEO-LEO सैटेलाइट स्पेस कनेक्टिविटी कंपनी
• विलय के बाद 21.2% हिस्सेदारी के साथ भारती एंटरप्राइजेज सबसे बड़ी शेयरधारक
• सुनील भारती मित्तल उपाध्यक्ष (सह-अध्यक्ष) और श्रविन भारती मित्तल यूटेलसैट समूह के बोर्ड में निदेशक होंगे
• अखिल गुप्ता वनवेब के बोर्ड में निदेशक बने रहेंगे
लखनऊ (एजेंसी/टेलीस्कोप टुडे डेस्क)। दुनिया के अग्रणी सैटेलाइट ऑपरेटरों में से एक, यूटेलसैट कम्युनिकेशंस एसए (यूरोनेक्स्ट पेरिस: ईटीएल) (“कंपनी”) ने आज वैश्विक लो अर्थ ऑर्बिट (एलईओ) सैटेलाइट संचार नेटवर्क, वनवेब के साथ अपने सभी-शेयर संयोजन को पूरा करने की घोषणा की। यह विलय यूटेलसैट शेयरधारकों की आर्डिनरी और एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग में स्वीकृति के बाद किया गया।
पेरिस स्थित मुख्यालय में विलय की गई इस कंपनी में 21.2% हिस्सेदारी के साथ भारती एंटरप्राइजेज सबसे बड़ी शेयरधारक होगी। भारती समूह, यूटेलसैट समूह में रणनीतिक निवेशक बनने के लिए प्रतिबद्ध है। सुनील भारती मित्तल उपाध्यक्ष (सह-अध्यक्ष) होंगे और श्रविन भारती मित्तल (जिन्होंने वनवेब निवेश का नेतृत्व किया) यूटेलसैट के बोर्ड में निदेशक के रूप में भारती के नेतृत्वकर्ता होंगे। अखिल गुप्ता वनवेब के बोर्ड में निदेशक के रूप में काम करना जारी रखेंगे, जो अब यूटेलसैट की 100% सहायक कंपनी है।
वनवेब एक सहायक कंपनी होगी जो व्यावसायिक रूप से यूटेलसैट वनवेब के रूप में काम करेगी और इसका परिचालन केंद्र लंदन में रहेगा। कंपनी यूरोनेक्स्ट पेरिस स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है और उसने लंदन स्टॉक एक्सचेंज में मानक सूचीकरण के लिए आवेदन किया है। यूटेलसैट समूह के नाम से नामित, नई कंपनी पहली GEO-LEO एकीकृत सैटेलाइट समूह होगा, जो अंतरिक्ष संचार को बदल देगा और तेजी से बढ़ते कनेक्टिविटी बाजार को संबोधित करेगा।
भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक और अध्यक्ष, यूटेलसैट समूह के निदेशक मंडल के उपाध्यक्ष (सह-अध्यक्ष) सुनील भारती मित्तल ने विलय को संबोधित करते हुए कहा, “संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए डिजिटल विभाजन को ख़तम करना एक महत्वपूर्ण मिशन है। यह संयोजन दोनों व्यवसायों के प्रयासों में तालमेल बिठाएगा और हमारी प्रगति को गति देगा। मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इसे संभव बनाया है। आज हमने एक कंपनी बनाई है, जो दुनिया भर के लोगों तक कनेक्टिविटी पहुँचाने का काम करेगी। भारती इस वर्ष के अंत में भारत में सेवाएं प्रदान करने और महत्वपूर्ण रूप से ग्लोबल साउथ के अन्य देशों में पहुंचकर उन लोगों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करने को लेकर उत्साहित है जो डिजिटल क्रांति का हिस्सा बनने से वंचित हैं।