लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे डेस्क)। तस्वीर एक कविता है, जिसमें शब्द नहीं होते और यह सभी पलों को ठीक उनके विशुद्ध मूल रूप में कैद करती है। फोटोग्राफी के उत्साही सभी लोगों के लिए एक अच्छी खबर है कि सोनी बीबीसी ने अपनी बहु-प्रतीक्षित फोटोग्राफी प्रतियोगिता – ‘अर्थ इन फोकस’ का तीसरा संस्करण शुरू किया है। हर तस्वीर एक आकर्षक कहानी बयाँ करती है और इसी धारणा को ध्यान में रखते हुए, इस साल प्रतियोगिता की थीम ‘प्राइड ऑफ इंडिया’ में भारत के वास्तुशिल्प, संस्कृतियों एवं लोगों की समृद्ध धरोहर का सम्मान किया गया है। यह प्रतियोगिता फोटोग्राफर्स को एक ऐसी भाषा में कहानीकार की भूमिका निभाने में सक्षम बनाती है जो कि शब्दों से परे है।
अर्थ इन फोकस सभी स्तर के फोटोग्राफर्स को भागीदारी करने और वाइल्डलाइफ, पोर्ट्रेट्स, और मॉन्यूमेन्ट्स की उप-श्रेणियों के भीतर अपना विशिष्ट दृष्टिकोण पेश करने के लिए आमंत्रित करता है। 21 अगस्त से शुरू हो रही और महीने भर चलने वाली इस प्रतियोगिता में लोगों को जमा कराई गई सभी तस्वीरों में से अपनी पसंदीदा तस्वीर के लिए वोट करने का मौका मिलेगा। इस प्रतियोगिता को सुप्रीत साहू जज करेंगे, जोकि एक शौकिया बर्ड-वॉचर एवं पुरस्कार प्राप्त फोटोग्राफर हैं जिन्हें ट्रॉपिकल बर्ड फोटोग्राफी में महारत हासिल है। विजेताओं को सोनी जेडवी-1एफ व्लॉग कैमरा मिलेगा। साथ ही उन्हें सोनी बीबीसी अर्थ चैनल पर आने का भी अवसर प्राप्त होगा। इसके अलावा, शीर्ष 15 विजेताओं को उद्योग के दिग्गज संदीप साहू से सीखने का विशिष्ट अवसर भी मिलेगा जिससे वे कथावाचन का अपना हुनर और सँवार सकेंगे।
इस प्रतियोगिता का पिछला संस्करण ‘थ्रिल ऑफ लाइफ’ पर केंद्रित था और इसे लैंडस्केप, एडवेंचर और वाइल्डलाइफ के अपने उप-विषयों के लिए शानदार रिस्पॉन्स मिला था। अर्थ इन फोकस प्राइड ऑफ इंडिया फोटोग्राफी कॉन्टेस्ट, इसके नियमों, सबमिशन गाइडलाइंस और अपडेट्स के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया https://www.sonybbcearth.com/Earthinfocus/ पर जाएं, प्रतियोगिता 21 अगस्त से शुरू हो रही है।
रोहन जैन (बिजनेस ऑपरेशंस हेड – सोनी एएटीएच एवं हेड-मार्केटिंग एवं इनसाइट्स, इंग्लिश क्लस्टर, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स) ने कहाकि “सोनी बीबीसी अर्थ में हमलोग विशूअल तरीके से कथावाचन की रूपान्तरकारी क्षमता को गहराई से समझते हैं। हमारी प्रॉपर्टी ‘अर्थ इन फोकस’ देशभर के फोटोग्राफी के दीवानों से बखूबी मेल खाती है। हम अपनी मौजूदा थीम ‘प्राइड आफ इंडिया’ के साथ लोगों को चिरस्थायी विवरण का निर्माण करके भारत के सांस्कृतिक मोज़ैइक (पच्चीकारी) के छिपे रत्नों को प्रकट करने के लिए आमंत्रित करते हैं, जो पूरे विश्व को प्रेरणा, पथ-प्रदर्शन और एकता का बोध करायेंगे।”