फेडरेशन विरोधी कार्यों के लिये एग्जीक्यूटिव कमेटी ने की निलम्बन की कार्यवाही
लखनऊ। हैण्डबॉल फेडरेशन ऑफ इण्डिया की एग्जीक्यूटिव कमेटी ने फेडरेशन नियम विरोधी कार्यो के चलते कड़ा कदम उठाते हुये फेडरेशन के अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला को निलम्बित कर दिया है और इसकी जानकारी भारतीय ओलम्पिक संघ और खेल मंत्रालय को दे दी गयी। अध्यक्ष के निलम्बन के बाद फेडरेशन की जिम्मेदारी संभाल रहे महासचिव प्रितपाल सिंह सलूजा ने बताया कि अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला के निलम्बन की कार्यवाही गैर मान्यता प्राप्त हैण्डबॉल एसोसिएशन (इण्डिया) के अध्यक्ष बनाये जाने एवं तथाकथित तौर पर हैण्डबाल फेडरेशन ऑफ इण्डिया और हैण्डबाल एसोसिएशन (इण्डिया) के विलय की आयी खबरों के बाद की गयी है। श्री सलूजा ने बताया कि सामने आयी इन खबरों के बाद बीते 28 मई को हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया की ऑनलाइन मीटिंग में एग्जीक्यूटिव कमेटी के 16 में से 14 सदस्यों की उपस्थिति में हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला को अध्यक्ष पद से निलम्बित कर दिया गया था। इसकी जानकारी भी भारतीय ओलिंपिक संघ तथा खेल मंत्रालय को दी जा चुकी थी। ऐसे में उनका दिल्ली स्थित भारतीय ओलंपिक भवन में प्रमुख पदाधिकारियों की उपस्थिति में हैंडबॉल एसोसिएशन ऑफ इंडिया तथा हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के एक होने की घोषणा करना उनका व्यक्तिगत फैसला हो सकता है। क्योंकि इस तरह के किसी समझौते का अप्रूवल न तो हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया की एग्जीक्यूटिव बॉडी द्वारा कभी लिया गया न ही जनरल बॉडी द्वारा लिया गया। मालूम हो कि 21 मई 2023 को गोवा में आयोजित हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया की वार्षिक आम बैठक में दिग्विजय चौटाला अध्यक्ष के रूप में उपस्थित हुए तथा मीटिंग में उन्होंने हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया को बुलंदियों पर ले जाने की बात की। पूरी मीटिंग के दौरान दिग्विजय चौटाला द्वारा हैंडबॉल एसोसिएशन (इंडिया) के साथ समझौता करने के बारे में किसी प्रकार की कोई चर्चा नहीं की गई और न ही बैठक में किसी भी सदस्य द्वारा इस तरह के किसी समझौते की बात ही रखी गयी। यद्यपि मीटिंग में उपस्थित एक सदस्य द्वारा जब उनसे यह पूछा गया कि विभिन्न साधनों के माध्यम से उन्हें यह जानकारी मिली है कि हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया हैंडबॉल एसोसिएशन (इंडिया) के साथ समझौता करने जा रही है, तो उस पर उन्होंने जवाब दिया कि हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया 50 साल पुरानी संस्था है तथा इस तरह के किसी समझौते की कोई संभावना नहीं है। श्री सलूजा ने बताया कि भारतीय ओलंपिक संघ को समय रहते दिग्विजय चौटाला के ही फेडरेशन ऑफ इंडिया से निष्कासन की जानकारी दिए जाने के बावजूद भारतीय ओलंपिक संघ के प्रमुख पदाधिकारियों द्वारा सोशल मीडिया पर दो संगठनों को इकट्ठा कर एक संगठन में परिवर्तित करने पर अपने योगदान पर अपनी ही पीठ थपथपाना इस बात का प्रमाण है कि भारतीय ओलंपिक संघ की कमान अंतरराष्ट्रीय स्तर के इतने बड़े खेल सितारों के हाथ में आने के बावजूद व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं हैं। ना ही इन्हें खेल संगठनों की कार्यप्रणाली का कोई ज्ञान है। हैंडबॉल एसोसिएशन (इंडिया) एक राज्य स्तर की खेल संस्था है जो की लखनऊ स्तर पर लिया हुआ निर्णय है जो किसी भी नियम के दायरे में नहीं जाता है। हैंडबॉल एसोसिएशन (इंडिया) एक राज्य स्तर की खेल संस्था है जो की लखनऊ में रजिस्टर्ड है और स्पोर्ट्स कोड के अनुसार किसी भी खेल संस्था को राष्ट्रीय स्तर पर काम करने के लिए पहले खेल मंत्रालय से अनुमति लेनी होती है लेकिन हैंडबॉल एसोसिएशन (इंडिया) को ऐसी कोई अनुमति प्राप्त नहीं है।