Wednesday , November 19 2025

एमवे इंडिया : कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में बच्चों को कर रहा सशक्त और शिक्षित

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। भारत बचपन के कुपोषण के खिलाफ अपने प्रयासों को प्राथमिकता दे रहा है और इसे एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य लक्ष्य मान रहा है। इसी राष्ट्रीय प्राथमिकता के अनुरूप, लोगों के स्वास्थ्य और खुशहाली में योगदान देने वाली अग्रणी कंपनी एमवे इंडिया ने अपने प्रमुख पोषण कार्यक्रम ‘पावर ऑफ 5’ के तहत चाइल्डफंड इंडिया के साथ साझेदारी की। कम्पोजिट स्कूल, बस्तौली, चिनहट में खेल-खेल में सिखाने वाली गतिविधियों के माध्यम से स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करने वाली पहल भी आयोजित की। इस कार्यक्रम में बाल दिवस पर बचपन की अहमियत को उजागर करते हुए आकर्षक गतिविधियों के माध्यम से पोषण, स्वच्छता और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा दिया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए, एमवे इंडिया के प्रबंध निदेशक, रजनीश चोपड़ा ने कहा, “हर बच्चे को अपने बचपन से ही अच्छे पोषण का मजबूत आधार मिलना चाहिए, ताकि वह बेहतर भविष्य के लिए स्वस्थ और सशक्त बन सके। इस आवश्यकता को समझते हुए, भारत बच्चों तक समुचित पोषण पहुँचाने के लिए अपनी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ कर रहा है और पोषण अभियान तथा मिशन सक्षम आंगनवाड़ी जैसी पहलों के माध्यम से सामुदायिक जागरूकता बढ़ा रहा है। एमवे में हमारा मानना है कि बच्चों को पोषण की महत्ता के बारे में प्रारंभिक अवस्था से ही शिक्षित किया जाना चाहिए और यह सीख उनकी व्यावहारिक शिक्षा से गहराई से जुड़ी होनी चाहिए। पावर ऑफ़ 5 कार्यक्रम के माध्यम से हम बच्चों और उनके देखभालकर्ताओं में संतुलित आहार, स्वच्छता और स्वस्थ आदतों के प्रति समझ और अपनाने की संस्कृति विकसित करने के लिए प्रयासरत हैं। यह बाल दिवस केवल औपचारिक उत्सव नहीं है, बल्कि हर बच्चे की क्षमता के संवर्धन के प्रति हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता को दोहराने का अवसर भी है।“

यह पहल इंटरैक्टिव और आकर्षक सत्रों के माध्यम से बच्चों में पोषण, स्वच्छता और स्वस्थ जीवनशैली के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित थी। इस दौरान वितरकों/एमवे बिज़नेस ओनर्स (एबीओ) और कर्मचारियों सहित कई स्वयंसेवकों ने बच्चों के साथ मिलकर फलों का सलाद, स्प्राउट्स चाट और स्वस्थ सैंडविच जैसे पौष्टिक व्यंजन तैयार किए। इसके बाद आयोजित सामूहिक चित्रकारी गतिविधि ने बच्चों को स्वच्छता और पोषण के प्रति अपनी समझ को रचनात्मक रूप से व्यक्त करने का मौका दिया।

कार्यक्रम में चित्रकला प्रतियोगिता, नाटक/लघु-नाटिका प्रस्तुति में भूमिकाएँ निभाने और छोटे भाषण देने जैसी गतिविधियाँ भी कराई गईं, जिनका उद्देश्य बच्चों में स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में सीखते हुए आत्मविश्वास और अभिव्यक्ति कौशल को बढ़ाना था।

चाइल्डफंड इंडिया की कार्यक्रम एवं प्रभाव निदेशक डॉ. श्राबंती सेन ने कहा, “भारत में हर बच्चा एक स्वस्थ शुरुआत का हकदार है—पोषण, सम्मान और अवसरों से भरपूर। जब हम आज बच्चों के पोषण में निवेश करते हैं, तो हम केवल कुपोषण की समस्या का समाधान नहीं कर रहे होते; बल्कि हम उनके तेज़ दिमाग, मज़बूत शरीर और एक उज्जवल कल का वादा भी करते हैं। इस बाल दिवस पर, आइए हम यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराएँ कि कोई भी बच्चा आजीवन स्वास्थ्य और कल्याण की यात्रा में पीछे न छूटे।”

उन्होंने कहा, “हमें बच्चों के लिए पोषण और स्वच्छता शिक्षा को मज़ेदार और प्रभावशाली बनाने के लिए एमवे इंडिया के साथ साझेदारी करने पर गर्व है। इस तरह की इंटरैक्टिव गतिविधियाँ आवश्यक स्वास्थ्य संदेशों को इस तरह से शामिल करने में मदद करती हैं जो वास्तव में लोगों तक पहुँचते हैं। पावर ऑफ़ 5 कार्यक्रम के माध्यम से, हमारा साझा लक्ष्य समुदायों को ऐसे ज्ञान से सशक्त बनाना है जो बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य को बदल सके।”