- रंग महोत्सव में युवाओं की नाट्य प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोहा
- पेस संस्था के तत्वावधान में आयोजित हुआ भव्य कार्यक्रम
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। पार्टीसिपेटरी एक्शन कम्युनिटी इम्पावरमेंट (पेस) संस्था के तत्वावधान में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान प्रेक्षागृह में रंग महोत्सव-2025 आयोजित किया गया। इस मौके पर युवाओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) जैसे समसामयिक विषयों पर अनोखे अंदाज में लघु नाट्य प्रस्तुति से दर्शकों की खूब तालियाँ बटोरने के साथ ही लोगों को प्रेरक सन्देश भी प्रदान किया। महोत्सव में राजस्थान और दिल्ली के साथ ही उत्तर प्रदेश के आठ जिलों की संस्थाओं के युवा कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।

राजस्थान के युवा कलाकारों ने “अरावली का दर्द” लघु नाट्य के माध्यम से अवैध खनन और वनों की कटाई से पर्यावरण को हो रहे नुकसान के बारे में अपनी शानदार प्रस्तुति दी। इसी तरह दिल्ली से आई कलाकारों की टोली ने वायु प्रदूषण, प्लास्टिक के नुकसान और स्वच्छता को लेकर अपनी प्रस्तुति दी। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये कलाकारों ने स्वास्थ्य और पोषण, बाल श्रम, बाल विवाह, महिला हिंसा आदि के मुद्दों पर लघु नाट्य प्रस्तुत किए। इसके अलावा संविधान के प्रति जागरूकता और उनके मूल्य मान्यताओं के बारे में भी अपनी प्रस्तुति के माध्यम से कलाकारों ने लोगों को सजग किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदीप घोष और विशिष्ट अतिथि बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष संतोष सिंह रहे। पेस संस्था के निदेशक थामसन और सचिव राजविंदर कौर ने कहा कि युवाओं को आपस में जोड़ने और सामाजिक मुद्दों पर एक सकारात्मक सोच विकसित करने के उद्देश्य से ही रंग महोत्सव का आयोजन किया जाता है। यह एक ऐसा मंच है जिससे युवाओं की प्रतिभा को निखारा जाता है। कार्यक्रम के आयोजन में टेरे डेस होम्स (टीडीएच) की प्रज्ञा सेठी की अहम भूमिका रही। महोत्सव में पेस बलरामपुर और सीतापुर संस्था के प्रतिनिधियों के अलावा स्वतंत्र तालीम, यश फाउंडेशन, विज्ञान फाउंडेशन, सेव सोसायटी आदि संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।