लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। वॉलमार्ट के सप्लायर डेवलपमेंट प्रोग्राम वॉलमार्ट वृद्धि ने अगले तीन साल में भारत में 1,00,000 अतिरिक्त एमएसएमई को सशक्त करने के लिए आइडियाज टु इम्पैक्ट (आई2आई) फाउंडेशन के साथ साझेदारी की है। ग्लोबल सप्लाई चेन में वॉलमार्ट की विशेषज्ञता की ताकत और भारत में फ्लिपकार्ट की ई-कॉमर्स क्षमताओं को साथ लाते हुए शुरू किया गया वॉलमार्ट वृद्धि प्रोग्राम ज्यादा से ज्यादा एमएसएमई को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में पहुंच बढ़ाने में मदद करेगा। 2019 में अपनी लॉन्चिंग के बाद से वॉलमार्ट वृद्धि ने अब तक 70,000 से अधिक एमएसएमई को डिजिटल कॉमर्स तक पहुंच व पर्सनलाइज्ड मेंटरशिप प्रदान करते हुए और रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से प्रशिक्षित किया है।
वॉलमार्ट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, सप्लायर डेवलपमेंट जेसन फ्रेमस्टैड ने कहा, ‘हम भारत के वाइब्रेंट इनोवेशन इकोसिस्टम और यहां के एमएसएमई की विकास की क्षमता से लगातार प्रेरित होते हैं। कई सूक्ष्म उद्यमों को विकास के लिए जरूरी जानकारी, टूल्स एवं बाजार तक पहुंच के मामले में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। प्रोग्राम के जरिये महत्वपूर्ण बिजनेस स्किल एवं बाजार तक पहुंच के माध्यम से सशक्तीकरण ने इन उद्यमियों को अपने कारोबार को सतत तरीके से आगे बढ़ाने और भारत के आर्थिक विकास में योगदान देने में सक्षम बनने में मदद की है।’
उन्होंने कहा, ‘हम वॉलमार्ट वृद्धि के अगले चरण में कदम रख रहे हैं और इस दिशा में बढ़ते हुए हम एमएसएमई को डिजिटल विकास, सस्टेनेबिलिटी एवं एक्सपोर्ट रेडिनेस के लिए नए टूल्स के माध्यम से सशक्त कर रहे हैं। यह सब सहयोग उन्हें पूरी तरह से निशुल्क प्रदान किया जा रहा है। वॉलमार्ट सप्लायर एकेडमी के ई-लर्निंग मॉड्यूल एवं नई इकोसिस्टम पार्टनरशिप के माध्यम से हम कौशल विकास से आगे बढ़ते हुए कंपनियों को वॉलमार्ट मार्केटप्लेस एवं फ्लिपकार्ट के जरिये बिक्री करते हुए ऑनलाइन कारोबार करने में भी सक्षम बना रहे हैं। वॉलमार्ट में हमें भारत के छोटे कारोबारियों को बड़े, ज्यादा डिजिटल और पहले की तुलना में ज्यादा कनेक्टेड भविष्य के निर्माण में समर्थन प्रदान करने का गर्व है।’
फ्लिपकार्ट ग्रुप के एसवीपी एवं चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा, ‘फ्लिपकार्ट में डिजिटल कॉमर्स तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाते हुए और विकास के व्यापक अवसर प्रदान कराते हुए एमएसएमई को सशक्त करना हमारी अथक प्रतिबद्धता है। वॉलमार्ट वृद्धि जैसे रणनीतिक गठजोड़ के माध्यम से हम साथ मिलकर उद्यमियों को उनकी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने और भारत की डिजिटल इकोनॉमी में योगदान देने में सक्षम बना रहे हैं।’
बिजनेस मैनेजमेंट के महत्वपूर्ण बिंदुओं जैसे फाइनेंस, मार्केटिंग, वर्कफोर्स मैनेजमेंट और पर्यावरण संरक्षण के मामले में एमएसएमई को प्रशिक्षित करने के लिए डिजिटल टूल्स का प्रयोग करते हुए यह प्रोग्राम उद्यमियों को सफल एवं सतत बिजनेस मॉडल स्थापित करने में सक्षम बनाता है। वॉलमार्ट वृद्धि से प्रशिक्षित उद्यमों ने इसके माध्यम से सालाना करीब 55 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
इसका हिस्सा बनने वाले एमएसएमई को वॉलमार्ट, फ्लिपकार्ट और प्रोग्राम को क्रियान्वित करने वाले पार्टनर आइडियाज टु इम्पैक्ट फाउंडेशन द्वारा तैयार एप्रोच के जरिये सुगम पहुंच, विस्तार एवं प्रोग्राम मैनेजमेंट विशेषज्ञता से फायदा मिलता है। जमीनी स्तर पर काम कर रही टीमों, डिजिटल स्किलिंग टूल्स तक पहुंच, ऑनबोर्डिंग एवं पर्सनलाइज्ड मेंटरशिप के माध्यम से यह प्रोग्राम अपने प्रतिभागियों को सशक्त करने के लिए एक हाई-इम्पैक्ट इंजन की तरह काम कर रहा है।
जैसे-जैसे एमएसएमई अपने परिचालन को विस्तार देंगे, वॉलमार्ट वृद्धि प्रोग्राम वॉलमार्ट मार्केटप्लेस के माध्यम से देश के बाहर व्यापार में सक्षम बनाते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कारोबार करने की उनकी महत्वाकांक्षा को पूरा करने में भी मदद करेगा। यह कंपनियों को सप्लाई चेन में इंटीग्रेट करने के लिए टूल्स प्रदान करेगा, जिनमें फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस, वॉलमार्ट मार्केटप्लेस या अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी शामिल हैं।
प्रोग्राम की पहुंच एवं प्रभाव को व्यापक बनाने के प्रयास के तहत वॉलमार्ट समावेशी विकास को गति देने के लिए रणनीतिक भागीदारों के साथ मिलकर काम करेगी। प्रोग्राम के तहत ऑनबोर्डिंग में मदद करने और सफलता के लिए हरियाणा सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया है और जल्द ही अन्य राज्यों के साथ भी एमओयू पर हस्ताक्षर किया जाएगा। भारत में वॉलमार्ट वृद्धि की सफलता को देखते हुए इसी तरह के सप्लायर डेवलपमेंट प्रोग्राम मेक्सिको (क्रिक कॉन वॉलमार्ट) और यूएस (ग्रोथ विद यूएस) में भी लॉन्च किए गए हैं।