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शिक्षा व्यवस्था को नए आयाम देने में सहायक सिद्ध हो सकता है PPP मॉडल : पीयूष सिंह चौहान

  • पीयूष सिंह चौहान ने IACC चर्चा में शिक्षा के लिए मजबूत बजट आवंटन और नीतिगत सुधारों को सराहा

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। एसआर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस के उपाध्यक्ष पियूष सिंह चौहान ने हाल ही में इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स (IACC) द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण चर्चा में भाग लिया। यह चर्चा शिक्षा क्षेत्र और उसके बजट आवंटन पर केंद्रित थी। इस अवसर पर अवधेश अवस्थी (मुख्यमंत्री के सलाहकार), अभिषेक प्रकाश (सीईओ, इन्वेस्ट यूपी) सहित कई प्रतिष्ठित नेता उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में बोलते हुए, पीयूष सिंह चौहान ने शिक्षा क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कौशल-आधारित और व्यवसायिक शिक्षा के लिए बजट समर्थन बढ़ाया जाए। उद्योग और शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा दिया जाए, जिससे स्नातक छात्र रोजगार के लिए तैयार हों। तकनीक के प्रभावी उपयोग से ग्रामीण भारत में शिक्षा की पहुंच को बेहतर बनाया जाए। उच्च शिक्षा संस्थानों के सशक्तिकरण के लिए नीतिगत सुधार लागू किए जाएं।

पीयूष सिंह चौहान ने बताया कि एसआर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस वर्ष 2025 में विश्वविद्यालय में परिवर्तित होने जा रहा है। उन्होंने नवाचार को प्रोत्साहित करने, नए शैक्षणिक कार्यक्रम शुरू करने और अकादमिक उत्कृष्टता को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल भारत की शिक्षा व्यवस्था को नए आयाम देने में सहायक सिद्ध हो सकता है, जिससे छात्रों का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।

चर्चा का समापन इस सामूहिक सहमति के साथ हुआ कि निरंतर और प्रभावी शैक्षिक नीतियों, पर्याप्त वित्तीय सहयोग, और उद्योग जगत के साथ मजबूत संबंधों के माध्यम से भारत को एक प्रतिस्पर्धी ज्ञान अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया जा सकता है।