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उत्तरायणी कौथिग-2025 : राममय हुआ मेला परिसर, गूंजा “युग राम राज का आ गया…”


लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। पर्वतीय महापरिषद द्वारा आयोजित 10 दिवसीय उत्तरायणी कौथिग-2025 के नवें दिन के प्रथम सत्र का शुभारंभ श्रीराम स्तुति के साथ किया गया। क्षेत्रीय कलाकारों ने प्रभु श्रीराम पर आधारित भक्तिगीत एवं नृत्य प्रस्तुत किए। साथ ही प्रतियोगिता पहाड़ की आवाज के परिणाम घोषित किए गए। जिसमें लक्ष्मण सिंह मर्तोलिया प्रथम, पंकज वाणगी द्वितीय, हर्षिता काण्डपाल तृतीय रहे। 

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पहाड़ी धुनों पर देशी ठुमका के फाइनल राउण्ड में पीजीआई से प्रेम सिंह बिष्ट का ग्रुप, कुर्मांचल नगर से रेनू काण्डपाल ग्रुप, इन्दिरा नगर सुगामऊ से सविता बिष्ट व इन्दिरा नगर 2 से दीपा पाण्डेय ने प्रस्तुति दी। इसके अलावा छपेली प्रतियोगिता झूमिगो सीजन 3 के फाइनल राउण्ड में नन्दा रावत ज्वार मुन्यार के सामूहिक ग्रुप, इन्दिरा नगर 2 से दीपा पाण्डेय, गोमती शाखा पर्वतीय महापरिषद से गोविन्द बोरा व नीलमथा से पिन्की नौटियाल के ग्रुप ने शानदार प्रस्तुतियां दीं।  

सांयकालीन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस कार्यक्रम में आकर मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं। अपनी परंपरा व संस्कृति को बनाए रखने के लिए उन्होंने पर्वतीय महापरिषद को साधुवाद दिया।

मुख्य संयोजक टीएस मनराल, संयोजक केएन चन्दोला, पर्वतीय महापरिषद के अध्यक्ष गणेश चंद्र जोशी, महासचिव महेंद्र सिंह रावत, मेला समन्वयक नरेंद्र सिंह देवड़ी, मोहन सिंह बिष्ट, लाबीर सिंह बिष्ट, केएन पाण्डेय ने पुष्पगुच्छ, शॉल, स्मृति चिन्ह भेंटकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया।

सीएम ने कहा कि देश व समाज के लिए कुछ करने वाले पर्वतीय समाज की विभूतियों को सम्मानित भी किया जाता है। इस बार भगत सिंह कोश्यारी का सम्मान किया गया है। उन्होंने उप्र में भी काम किया। मुख्यमंत्री व राज्यपाल के रूप में भी उनके पास काम करने का अनुभव है। वे सहजता और सरलता के लिए जाने जाते हैं। उनका पूरा जीवन मातृभूमि के लिए समर्पित रहा।

सीएम ने कहा कि हम अपनी विरासत को विस्मृत नहीं कर सकते, इसलिए सैनिकों व शहीद परिवारों को भी सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि एक तरफ हम पर्व व त्योहारों के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाते हैं तो दूसरी तरफ अमर शहीदों का स्मरण करते हुए महापुरुषों की जयंती या अन्य विशिष्ट घटना को केंद्र में रखकर आयोजनों के साथ जुड़ते हैं।

सांयकालीन सत्र में उत्तराखण्डी लोकगायक चन्द्रकला की प्रस्तुति ’’तेरी मेरी प्रीत झगूली का गाथ…’’ ने पर्वतीय छटा बिखेरी। वहीं भव्य श्रीराम मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में “पग-पग दीप जलाएंगे, राम आएंगे…”, “जन्में अवध में राम…”, “मिथिला का कण-कण…”, “युग राम राज का आ गया…” जैसे गीतों व नृत्य से माहौल राममय हो गया।

कौथिक के सफल आयोजन में मेला समन्वयक और भाजपा मंडल अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह देवड़ी, पुष्कर सिंह नयाल, भुवन पाण्डेय जहाँवासी, बीबी चन्दोला, राजेन्द्र सिंह रावत, कृपाल सिंह रावत, महेन्द्र सिंह मेहता, रमेश उपाध्याय, युवराज सिंह परिहार, बसन्त भट्ट, मंजू पडेलिया, डा. बीएस नेगी, गोविन्द पाठक, जानकी अधिकारी, बीना रावत, देवेन्द्र मिश्रा, महेन्द्र पन्त, शंकर पाण्डेय, लक्ष्मण सिंह धामी, सुनील किमोठी, केसी पन्त, पीपी पन्त, गोपाल दत्त जोशी, आनन्द भण्डारी, युवराज सिंह परिहार, ख्याली सिंह, लक्ष्मण सिंह भण्डारी, उमेद सिंह, प्रदीप बिष्ट, केएन पाठक सहित अन्य पदाधिकारी अहम भूमिका निभा रहे हैं।