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डॉक्टर्स को दी गाइनकोलॉजी अल्ट्रासाउंड और अर्ली प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड की ट्रेनिंग

शान्या स्कैन एंड थेरनोस्टिक्स सैमसंग के सहयोग से आयोजित कर रहा है गाइनेकोलॉजी व अर्ली प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड ट्रेनिंग

– इस महत्वपूर्ण ट्रेनिंग के बाद ग्रामीण इलाकों में भी उपलब्ध हो सकेगा फीटल मेडिसिन से संबंधित प्रृभावी इलाज

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे डेस्क)। शान्या स्कैन एंड थेरनोस्टिक्स ने सैमसंग के सहयोग से लखनऊ में दो दिन की सफल अल्ट्रासाउंड ट्रेनिंग का आयोजन कर रहा है। इस वर्कशॉप में भारत की विख्यात फीटल मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. सुप्रिया शेषाद्री शिरकत कर रही हैं और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रेक्टिस करने वाले डॉक्टर्स को गाइनेकोलॉजी अल्ट्रासाउंड और अर्ली प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड के गुर सिखा रही हैं। यह एक सिम्युलेटर पर आधारित ट्रेनिंग है जहां डॉक्टर्स को लाइव पेशेंट्स पर अल्ट्रासाउंड किए जाने जैसा अनुभव मिल रहा है।

इस ट्रेनिंग का आयोजन बेंगलुरु से आई डॉ. सुप्रिया शेषाद्रि, शान्या स्कैंस में फेटल मेडिसिन की डायरेक्टर डॉ. अदिति अग्रवाल और शान्या स्कैंस के एमडी एंड सीईओ डॉ. नरवेश कुमार के मार्गदर्शन में हो रहा है। इस ट्रेनिंग में गाइनेकोलॉजी और रेडियोलॉजी के क्षेत्र के प्रसिद्ध डॉक्टर्स ट्रेनिंग लेने हेतु शामिल हुए हैं। यह एक बेहद ज्ञानवर्धक ट्रेनिंग सेशन है, जिसमें फीटल मेडिसिन की बेस्ट प्रैक्टिसेज को साझा किया जा रहा है। यह ट्रेनिंग वर्कशॉप मेडिकल प्रोफेशनल्स के बीच नेटवर्किंग और सहयोग को बढ़ावा दे रहा है, जिससे बहुमूल्य एक्सपर्टाइज और अनुभवों का आदान-प्रदान संभव हो रहा है।

शान्या स्कैन एंड थेरनोस्टिक्स की फीटल मेडिसिन डायरेक्टर डॉ. अदिति अग्रवाल ने कहा, “अल्ट्रासाउंड मरीज के डायग्नोसिस और मैनेजमेंट में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। डॉक्टर्स के लिए लिए बहुत जरूरी है, अल्ट्रासाउंड का सही तरीका जानना और उसे सही तरीके से करना। अल्ट्रासाउंड स्कैन करने वाले डॉक्टर पर निर्भर करता है, इसलिए सही तकनीक जानना जरूरी है।

डॉ. सुप्रिया शेषाद्री ने कहा, “सिम्युलेटर की सहायता से हम डॉक्टर्स को हैंड्स ऑन ट्रेनिंग दे रहे हैं, जिससे वह अपने फील्ड में एक्सपर्ट बन सकें और अपने मरीजों को सही ट्रीटमेंट दे सकें। इन दो दिनों की ट्रेनिंग में ही डॉक्टर्स को वो स्किल्स और नॉलेज प्राप्त हो रही है, जिन्हे पाने में कम से कम एक वर्ष का समय लगता है।”

शान्या स्कैन एंड थेरनोस्टिक्स के एमडी एंड सीईओ डॉ. नरवेश कुमार ने बताया, “शान्या स्कैन एंड थेरनोस्टिक्स इस तरह के शैक्षणिक कार्यक्रमों के लिए सदैव प्रतिबद्ध है और आगे भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे जिससे कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रेक्टिस करने वाले डॉक्टर को चिकित्सा की विभिन्न विधाओं में पारंगत किया जा सके। प्रदेश के ग्रामीण लोगों की सहायता एवं सही उपचार के लिए इस तरह के कार्यक्रमों की अत्यंत आवश्यकता है, जिससे महिलाओं को किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े। फीटल मेडिसिन की जो सुविधाएं हैं, वह केवल बड़े शहरों में उपलब्ध है, जहां इसके विशेषज्ञ उपलब्ध हैं। छोटे शहरों में इसके विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं है। इसलिए टेक्नोलॉजी में लीडिंग कंपनी सैमसंग के साथ मिलकर शान्या स्कैन एंड थेरनोस्टिक्स में फीटल मेडिसिन की डायरेक्टर डॉ अदिति अग्रवाल एवं डॉ. नरवेश कुमार ने साथ मिलकर यह निश्चय किया कि प्रदेश के डॉक्टर्स को इस क्षेत्र में ट्रेनिंग दी जाए। डॉ. अदिति अग्रवाल के सहयोग से डॉ. सुप्रिया शेषाद्रि ने जिन डॉक्टर्स को ट्रेनिंग दी है, जब वे ग्रामीण इलाकों में जाएंगे तो उन इलाकों में फीटल मेडिसिन से जुड़े रोगों से मरीजों का प्रभावी इलाज कर सकेंगे। इससे हमारे समाज का उत्थान और स्वस्थ समाज का निर्माण होगा, जो कि देश की प्रगति के लिए अत्यंत आवश्यक है।”