लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। लखनऊ विश्विद्यालय के व्यापार प्रशासन विभाग में वैश्विक नैतिकता दिवस के अवसर पर, “व्यावसायिक प्रबंधन में नैतिक संघर्ष” विषय पर पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता का आयोजन किया। कार्यक्रम कुलपति प्रो. अलोक कुमार राय की देखरेख में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की संयोजक विभागाध्यक्ष प्रो. संगीता साहू के मार्ग दर्शन और समन्वयक डॉ. निमिषा कपूर, डॉ. शिल्पी सिंह, और डॉ. राम सिंह के सफल प्रयासों से आयोजित किया गया। प्रो. संगीता साहू ने कहाकि “किसी व्यवसाय को चलाने में नैतिकता का पालन करना एक वास्तविक दुविधा हो सकती है। फिर भी, हमें याद रखना चाहिए – नैतिकता ही है जो हमें अलग बनाती है।”
कार्यक्रम में बतौर परीक्षक डॉ. मुकुल श्रीवास्तव (विभागध्यक्ष-जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन), डॉ. आकांक्षा सिंह (डिपार्टमेंट ऑफ़ एजुकेशन ) और डॉ. हिमांशु मोहन(डिपार्टमेंट ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन) मौजूद रहे। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों को व्यावसायिक दुनिया में आत्मनिर्भरता और नैतिकता के मुद्दों पर विचार करने के लिए प्रेरित करना और व्यक्तिगत जीवन में नैतिक शिक्षा का बढ़ावा देना रहा।
प्रतिभागी और प्रविष्टियाँ के अंतर्गत, छात्रों ने विभिन्न व्यवसायिक सीनरियों में नैतिक संघर्ष को व्यक्त करने के लिए उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। उनके पोस्टर्स ने बिजनेस प्रबंधन में नैतिकता की अद्वितीयता को सुंदरता से प्रदर्शित किया। इसने विचारशीलता, रचनात्मकता और विचारों को साझा करने का एक माध्यम प्रदान किया।
निर्धारण प्रक्रिया के तहत अनुभवी परीक्षकों द्वारा आयोजित निर्धारण प्रक्रिया में प्रतिभागियों की रचनात्मकता, विषय सामर्थ्य और नैतिक पहलुओं का मूल्यांकन किया गया। इस तरीके से हर पोस्टर को उच्चतम मानकों पर आधारित निर्णय दिया गया और विजेताओं का चयन किया
डॉ. मुकुल श्रीवास्तव ने कहा कि “हमारी नई पीढ़ी हमारे समाज के प्रति कहीं अधिक नैतिकता दिखाती है। वे पुरानी पीढ़ी की तुलना में अधिक जिम्मेदार हैं। विभाग ने पहल की और एनईपी के अनुरूप इस दिन बहुत खूबसूरती से काम किया।” डॉ. आकांक्षा सिंह ने कहा कि उन स्थितियों में भी जहां लोग कुछ विषयों पर एक-दूसरे से असहमत हैं या जहां पक्षपातपूर्ण और राष्ट्रवादी भावनाएं हैं, वैश्विक नैतिकता दिवस एक-दूसरे को सुनने और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए सहयोगात्मक रूप से काम करने के तरीके प्रदान करने का प्रयास करता है।
डॉ. हिमांशु मोहन ने कहाकि वैश्विक नैतिकता दिवस व्यक्तियों और संगठनों को इस विचार से जोड़ता है कि बेहतर भविष्य की कल्पना के लिए नैतिकता एक शक्तिशाली उपकरण है। प्रतियोगिता ने विभाग में नैतिकता के महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया और छात्रों को विचार करने, बहस करने और अपने विचारों को एक नए दृष्टिकोण से देखने के लिए प्रेरित किया। इसने विभिन्न स्तरों पर नैतिक नौकरियों में कैसे साहसपूर्वक निर्णय लेने हैं, उसकी महत्वपूर्णता को साझा किया।
इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मानसी कनौजिया एवं अमृता सिंह (एमकॉम एप्लाइड इकोनॉमिक्स थर्ड सेमेस्टर) ने प्राप्त किया। दूसरे स्थान पर अपर्णा श्रीवास्तव, श्रेया आर्य एवं राजश्री गुप्ता (बीए एन ई पी फिफ्थ सेमेस्टर) और तीसरे स्थान पर अनुष्का चौहान एवं पल्लवी सिंह (एमकॉम एप्लाइड इकोनॉमिक्स तृतीय सेमेस्टर) रहीं। इस पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता ने विभाग को व्यावसायिक दुनिया में नैतिक संघर्ष के महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का एक अद्वितीय और रंगीन माध्यम प्रदान किया।