लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। केंद्रीयमंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा संचालित ‘सांसद भारत दर्शन’ योजना के चौथे दिन हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश की 21 मेधावी छात्राओं ने जिज्ञासा कार्यक्रम के तहत सीएसआईआर-सीडीआरआई लखनऊ का दौरा किया एवं अपनी यात्रा के तहत वैज्ञानिकों से बातचीत की। जहां उन्हें औषधि अनुसंधान के क्षेत्र में भारत के विकास में सीडीआरआई के योगदान के बारे में पता चला।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा शुरू किया गया “सांसद भारत दर्शन” कार्यक्रम, देश भर में समृद्ध शैक्षिक पर्यटन के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल करने वालों को सशक्त बनाने हेतु एक परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत करता है। इस अद्वितीय पहल का उद्देश्य प्रतिभागियों को विभिन्न शैक्षणिक, प्रशासनिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, पारिस्थितिक और कॉर्पोरेट (औद्योगिक) केंद्रों की यात्रा करने के माध्यम से समग्र विकास को बढ़ावा देना तथा भारत के भविष्य के नेतृत्वकर्ताओं का पोषण करना है।
सीएसआईआर-सीडीआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. संजीव यादव ने सभी छात्रों का स्वागत किया और उन्हें संस्थान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जिज्ञासु युवा छात्राओं की मेजबानी करने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा, सीएसआईआर-सीडीआरआई औषधि अनुसंधान खोज एवं विकास के क्षेत्र में भारत के प्रमुख अनुसंधान संस्थानों में से एक है। डॉ. संजीव ने उन्हें सीडीआरआई द्वारा बनाई गई दवाओं के बारे में बताया जो वर्तमान में मानव जाति को स्वस्थ्य लाभ प्रदान कर रही हैं। उन्होंने छात्राओं को सीडीआरआई की विभिन्न प्रदर्शनी भी दिखाई जिसमे उन्होने बताया कि कैसे संस्थान विभिन्न रोग क्षेत्रों में काम कर रहा है।
यात्रा के दौरान, युवा छात्राओं को एंडोक्राइनोलॉजी प्रयोगशाला में अत्याधुनिक अनुसंधान एवं सुविधाओं को जानने का अवसर मिला, जहां उन्होंने रोल मॉडल के रूप में महिला वैज्ञानिक डॉ. रितु त्रिवेदी एवं डॉ. दिव्या सिंह के साथ बातचीत की। दोनों वैज्ञानिकों ने अपनी शोध टीम के साथ अपने शोध प्रयासों और औषधि विकास एवं चिकित्सीय प्रगति पर एंडोक्राइनोलॉजी के महत्वपूर्ण प्रभाव में अंतर्दृष्टि साझा की।
सीएसआईआर-सीडीआरआई लखनऊ की यात्रा ने छात्राओं को वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार की दुनिया के लिए एक इमर्सिव एक्सपोजर प्रदान किया। जिससे ज्ञान एवं वैज्ञानिक उत्कृष्टता की खोज में उनकी रुचि को प्रोत्साहित किया। छात्राओं ने इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने के अवसर के लिए भी आभार व्यक्त किया, क्योंकि इसने उनकी इस क्षेत्र में समझ के दायरे को व्यापक बनाया और उन्हें बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित किया। सभी प्रतिभागी सीएसआईआर-सीडीआरआई लखनऊ में हुए उत्साहपूर्ण स्वागत एव एवं प्रतिष्ठित शोधकर्ताओं से प्राप्त प्रोत्साहन से गहराई से प्रभावित हुए।