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मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान से बदली पल्लवी कुमारी की जिंदगी


  • सरकार की सीएम युवा योजना का लाभ उठा अलीगढ़ की पल्लवी बनी स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की मिसाल
  • पांच लाख का ऋण लेकर हरदुआगंज में खोला “क्लियर विजन आई केयर एंड ऑप्टिकल” शॉप
  • पल्लवी ने परिवार, बच्चे और व्यवसाय के बीच संतुलन बना पेश की नारी शक्ति की सशक्त तस्वीर

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। अलीगढ़ के हरदुआगंज की पल्लवी कुमारी आज उस बदलते उत्तर प्रदेश की पहचान बन चुकी हैं, जहां अवसर सरकार देती है और सफलता मेहनत से प्राप्त होती है। यह कहानी एक ऐसी महिला की है जिसने परिस्थितियों को कठिनाई मानकर नहीं, बल्कि अवसर समझकर आगे बढ़ने का रास्ता चुना। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रहे मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (सीएम युवा) ने पल्लवी के सपनों को नई दिशा दी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने का मंच दिया। अब वह स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की मिसाल बन कर उभरी हैं।

पल्लवी कुमारी मूल रूप से हाथरस की रहने वाली हैं। प्रारंभिक शिक्षा हाथरस से पूरी करने के बाद उन्होंने अलीगढ़ के डीएस कॉलेज से भूगोल विषय में एमए किया। वर्ष 2016 में उनका विवाह कुंवर सिंह चौहान से हुआ, जो पटियाला में एक नेत्र अस्पताल में कार्यरत थे। विवाह के बाद पल्लवी ने भी स्वास्थ्य क्षेत्र में आगे बढ़ने का निर्णय लिया और ऑप्टोमेट्री में दो वर्षीय डिप्लोमा किया।

डिप्लोमा के बाद उन्होंने पटियाला और फिर जालंधर के प्रतिष्ठित नेत्र अस्पतालों में कुछ वर्षों तक आई चेकअप का कार्य किया। नौकरी के अनुभव ने उन्हें तकनीकी दक्षता दी। नौकरी करते हुए उनके मन में एक सपना लगातार आकार ले रहा था। उनका यह सपना था स्वयं का व्यवसाय आरम्भ करना। उनके पति भी नौकरी की सीमाओं से बाहर निकलना चाहते थे।

मार्च 2025 में पल्लवी पटियाला से अलीगढ़ वापस लौटीं। पति उस समय जालंधर में नौकरी कर रहे थे। अलीगढ़ लौटकर पल्लवी ने केवल अपने आठ वर्षीय बच्चे की बल्कि अपने सास-ससुर की भी जिम्मेदारी संभाली। इसी दौरान उन्होंने अपने घर के नजदीकी ‘पंजाब नेशनल बैंक’ शाखा में व्यवसाय ऋण की जानकारी ली। यहीं से उन्हें मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के बारे में पता चला। वह बताती हैं कि बैंक प्रबंधक ने उन्हें बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार के लिए ऋण और मार्गदर्शन उपलब्ध करा रही है।

योजना के विषय में जानने के बाद पल्लवी ने बिना देर किए इसी साल मार्च में पांच लाख रुपये के ऋण के लिए आवेदन किया। सभी दस्तावेज जिला उद्योग केंद्र कार्यालय में जमा कराये। अधिकारियों और बैंक टीम ने समयसीमा में अपनी प्रक्रिया पूरी की। अप्रैल के आखिरी हफ्ते में ऋण स्वीकृत हुआ और उसी माह पल्लवी ने हरदुआगंज में “क्लियर विजन आई केयर एंड ऑप्टिकल” नाम से अपनी शॉप शुरू की। आज वह सफलतापूर्वक अपनी शॉप का संचालन करने के साथ नियमित रूप से ऋण की किश्तें भी जमा कर रही हैं।

पल्लवी कहती है कि सरकार योजनाएं बनाती हैं, मगर आगे बढ़ने की हिम्मत व्यक्ति को खुद दिखाना होता है। उनका यह भी कहना है की जीवन भर नौकरी करना संभव नहीं होता, इसलिए अपना व्यवसाय आवश्यक होता है। पल्लवी केवल अपनी शॉप तक ही सीमित नहीं हैं। आसपास के गांवों में जाकर वे आई चेकअप करती हैं। बुजुर्गों के घर जाकर जांच करना और गांवों में नेत्र जाँच शिविर लगाना उनके सामाजिक दायित्व का हिस्सा बन चुका है। वे मानती हैं कि महिलाएं यदि ठान लें तो घर, परिवार और व्यवसाय सभी को संतुलन के साथ संभाल सकती हैं।

पति के लिए भी एक ऑप्टिकल शॉप खोलने की इच्छा

भविष्य को लेकर पल्लवी के सपने और बड़े हैं। उनका कहना है कि अपनी शॉप के पूर्णरूप से स्थापित होने के बाद वह एक और ऑप्टिकल शॉप खोलना चाहती हैं। जिसका संचालन उनके पति करें। उनका विश्वास है कि उत्तर प्रदेश में रहकर परिवार के साथ रहना और अपने प्रदेश में ही स्वरोजगार खड़ा करना सबसे बड़ी उपलब्धि है।