लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। महिला सशक्तीकरण को समर्पित अदीरा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव ‘रिवायत’ के दूसरे दिन शनिवार को संगीत नाटक अकादमी का प्रांगण कला, संस्कृति और सामाजिक चेतना से सराबोर नजर आया। रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ ही सामाजिक सरोकारों से जुड़े सम्मान समारोह ने दर्शकों का मन मोह लिया।
दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण किड्स डांस कंपटीशन रहा, जिसमें बच्चों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से खूब तालियाँ बटोरीं। प्रतियोगिता में यशी श्रीवास्तव ने प्रथम पुरस्कार, दृशिका नायर ने द्वितीय और अंशी बाजपेई ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।
प्रतियोगिता का मूल्यांकन शालिनी सिंधी और स्वाति सक्सेना ने किया। जिन्होंने बच्चों की प्रतिभा की सराहना करते हुए उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। वहीं बाल नृत्यांगना स्वरा त्रिपाठी ने एकल और सामूहिक नृत्य की धमाकेदार प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया।

इस अवसर पर रिवायत को विशेष सहयोग प्रदान करने वाली रिशु खुराना और रेखा कुमार को मंच पर सम्मानित किया गया। वहीं जमीनी स्तर पर उत्कृष्ट कार्य कर रही 34 सामाजिक संस्थाओं को भी सम्मान प्रदान किया गया। इनमें उद्गम वेलफेयर सोसाइटी की फाउंडर रूपाली श्रीवास्तव, वर्चस्व वेलफेयर सोसाइटी की फाउंडर प्रतिभा बालियान, हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन की जूही सक्सेना सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता प्रमुख रहीं।
सम्मान समारोह में संयुक्त उपायुक्त उद्योग मनोज कुमार चौरसिया ने सभी चयनित संस्थाओं और समाजसेवियों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना की जानकारी देते हुए कहा कि यह योजना स्थानीय शिल्पकारों, उद्यमियों और विशेष रूप से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि महिलाएं यदि अपने हुनर को व्यवसाय से जोड़ें तो वे न केवल स्वयं सशक्त बनेंगी, बल्कि समाज और प्रदेश की आर्थिक प्रगति में भी अहम भूमिका निभाएंगी।

कार्यक्रम में रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी रुचिता चौधरी की गरिमामयी उपस्थिति भी रही। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तीकरण पर जोर देते हुए कहा कि महिलाओं की शिकायतों के त्वरित समाधान और सुरक्षा के लिए शुरू की गई 1090 महिला हेल्पलाइन महिलाओं के लिए एक मजबूत सहारा बनी है और समाज को इस तरह की पहलों के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
इसके साथ ही कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी शिखा सिंह पटेल, समाजसेवी नीमा पंत तथा निदेशक, जन शिक्षण संस्थान, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार अनिल कुमार श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने रिवायत जैसे मंच को महिला सशक्तीकरण, सामाजिक चेतना और सांस्कृतिक संरक्षण की दिशा में एक सराहनीय पहल बताया।
अदीरा की संस्थापिका रितिका चौधरी ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाली मातृ शक्तियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि रिवायत का उद्देश्य महिलाओं, बच्चों और सामाजिक संस्थाओं को एक ऐसा मंच देना है, जहां उनकी प्रतिभा और योगदान को सम्मान मिले।
दूसरे दिन का कार्यक्रम महिला सशक्तीकरण, बाल प्रतिभा और सामाजिक योगदान को समर्पित रहा, जिसने रिवायत के मूल उद्देश्य को और अधिक सशक्त रूप में प्रस्तुत किया। बड़ी संख्या में उपस्थित दर्शकों ने कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया और अदीरा की इस पहल की जमकर सराहना की।
रिवायत का समापन 21 दिसंबर को सूफी संध्या, मुशायरा, कवि सम्मेलन और लेडीज़ फैशन शो के साथ होगा। जिसमें देशभर के नामचीन शायर और कलाकार शिरकत करेंगे। गुलाबी सर्दी में गजलों और सूफी संगीत की यह शाम लखनऊवासियों के लिए यादगार बनने जा रही है।
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