Thursday , December 18 2025

देश में 2040 तक 20 लाख कैंसर के मामले होने की संभावनाः जितेन्द्र सिंह

नई दिल्ली : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेन्द्र सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि देश में साल 2040 तक 20 लाख से अधिक कैंसर के मरीज होने की संभावना है। मौजूदा समय में भारत कैंसर के मामलों में चीन और अमेरिका के बाद तीसरे स्थान पर है। मौजूदा समय में 15 लाख मामले हैं।प्रश्नकाल के दौरान कैंसर के मामलों पर कांग्रेस सदस्य रजनी पाटिल के सवाल पर डॉ. जितेन्द्र सिंह ने सदन को बताया कि जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के उपचार के लिए पहली बार स्वदेशी एचपीवी वैक्सीन विकसित की है और सरकार इसे किफायती दर पर या निःशुल्क बड़ी आबादी तक उपलब्ध कराने के लिए काम कर रही है। इसे सस्ती या मुफ्त दर पर ज्यादा लोगों तक पहुंचाने पर सरकार विचार कर रही है।रजनी पाटिल ने पूछा था कि गरीब मरीजों के लिए आवश्यक कैंसर दवाओं की समय पर उपलब्धता और सामर्थ्य सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं और सार्वजनिक अस्पतालों के माध्यम से उपचार तक पहुंच का विस्तार कैसे किया जा रहा है।डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि दुनियाभर में कैंसर की घटनाओं में वृद्धि हुई है। वैश्विक आंकड़ों को देखें तो हर वर्ष दुनिया में लगभग 2 करोड़ कैंसर के मरीज होते हैं। अकेले भारत में यह संख्या लगभग 15 लाख है। यह आंकड़ा 2040 तक बढ़कर लगभग 20 लाख हो जाने की संभावना है। कैंसर की व्यापकता के मामले में हम चीन और अमेरिका के बाद तीसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें देश में बीमारियों के स्वरूप में आया बदलाव प्रमुख है। वर्ष 1980 के दशक तक भारत मुख्य रूप से संक्रामक रोगों से प्रभावित था, इसके बाद गैर-संचारी रोगों का दौर आया।समाजवादी पार्टी के सदस्य राम गोपाल यादव ने कहा कि कैंसर की बीमारी का इलाज कराते कराते से मरीज की जान के साथ परिवार भी बिखर जाते हैं, इसलिए प्रधानमंत्री आयुषमान कार्ड की राशि सीमा को पांच लाख से बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार इस समस्या के लिए कदम उठाने चाहिए और इसके पीछे के कारणों पर शोध होना चाहिए।इस पर डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार कैंसर के मामलों और इसके इलाज की दिशा में कई ठोस कदम उठा रही है और नई तकनीक पर काम कर रही है ताकि मरीजों को बेहतर और सटीक इलाज मिल सके।