लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। अलीगंज स्थित आंचलिक विज्ञान नगरी में आयोजित दो दिवसीय नगर स्तरीय विज्ञान मेले का बुधवार को समापन हो गया। जिसमें 25 व्यक्तिगत परियोजनाओं, 26 टीम परियोजनाओं, 6 इंजीनियरिंग परियोजनाओं और 5 शिक्षक परियोजनाओं सहित 60 से अधिक परियोजनाएं प्रस्तुत की गईं।

छात्रों ने पर्यावरण, ऊर्जा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, रोबोटिक्स, दक्षता, जल संरक्षण और तकनीकी समस्या-समाधान जैसे विषयों पर आधारित अभिनव मॉडल प्रस्तुत किए। जिनका मूल्यांकन निर्णायक मंडल द्वारा नवाचार, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, उपयोगिता और प्रस्तुति कौशल के आधार पर किया गया।

विशेषज्ञों की एक समिति ने परियोजनाओं का मूल्यांकन किया। जिसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग की प्रोफेसर डॉ. अनीता कनोजिया, लखनऊ विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर डॉ. भूपेश कुमार, आंचलिक विज्ञान नगरी के पूर्व शिक्षा अधिकारी के.के. चटर्जी और इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईईटी) के कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर पवन कुमार तिवारी शामिल थे।

समिति ने प्रत्येक मॉडल का वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नवाचार, प्रासंगिकता, अवधारणा की स्पष्टता और समग्र प्रस्तुति के आधार पर आकलन किया। जिससे सभी प्रतिभागी परियोजनाओं का निष्पक्ष और व्यापक मूल्यांकन सुनिश्चित हो सके।

टीम प्रोजेक्ट श्रेणी में, प्रथम पुरस्कार सीएमएस राजाजीपुरम-I के सिद्धार्थ गौतम और सुहैब उल्लाह खान को उनके आयोनिक थ्रस्टरी प्रोजेक्ट के लिए दिया गया। जबकि द्वितीय पुरस्कार ए.एस. विधान और मोहम्मद शावेज को एडवांस सेफ्टी ड्राइविंग हेलमेट के लिए और तृतीय पुरस्कार बाल निकुंज इंटर कॉलेज के लोकेश यादव और प्रियांजन त्रिवेदी को कचरे से बिजली उत्पादन के लिए दिया गया। इसके साथ ही मोहम्मद अनस खान और अक्षत सिंह को बायो-इंस्पायर्ड फॉग हार्वेस्टर के लिए प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिया गया।

इंजीनियरिंग श्रेणी में, प्रथम पुरस्कार जी.सी.आर.जी. ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के मोहम्मद अदनान और प्रिंशी श्रीवास्तव को उनके ह्यूमनॉइड रोबोट के लिए मिला। द्वितीय पुरस्कार श्री रामस्वरूप मेमोरियल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट के बसु मिश्रा को आईवी फ्लूइड मैनेजमेंट सिस्टम के लिए दिया गया। तृतीय पुरस्कार जी.सी.आर.जी. के दीपक कुमार और खुर्शीद अंसारी को उनके ईवी गो कार्ट के लिए, जबकि अनुदेश कुमार और शिवम कुशवाहा को उनके एलईडी रिएक्शन गेम के लिए प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया।

भारतीय विज्ञान संचार सोसायटी के अध्यक्ष वी.पी. सिंह ने छात्रों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नवाचार जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। मेले का समापन पुरस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ, जहाँ विजेताओं को प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए।

अंत में शिक्षा अधिकारी राम कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया और सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों, निर्णायक मंडल और आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया। विज्ञान मेला आंचलिक विज्ञान नगरी की एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ। जिसने युवा शिक्षार्थियों में वैज्ञानिक सोच, नवाचार और तकनीकी अन्वेषण को बढ़ावा दिया।
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