लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। आंचलिक विज्ञान नगरी, लखनऊ एवं पर्यावरण निदेशालय, उत्तर प्रदेश द्वारा संयुक्त रुप से मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय ओज़ोन परत संरक्षण दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को ओज़ोन परत की सुरक्षा के बारे में जागरूक करना और पर्यावरण बचाने के लिए प्रेरित करना था। इस वर्ष का विषय “विज्ञान से लेकर वैश्विक स्तर तक की पहल” है।

कार्यक्रम की शुरुआत स्वरूप मंडल (परियोजना समायोजक, आंचलिक विज्ञान नगरी) ने स्वागत भाषण से की। उन्होंने अवगत कराया कि जैसे हमें ऑक्सीजन और पानी की ज़रूरत है, वैसे ही ओज़ोन परत की सुरक्षा भी बहुत जरूरी है। साथ ही उन्होंने बताया कि सीएफसी (CFC) जैसे रसायनों का इस्तेमाल रोककर और सही तरीके अपनाकर हम ओज़ोन परत को नुकसान से बचा सकते हैं।
इस अवसर पर प्रो. कविता अरोड़ा (वनस्पति विज्ञान, लखनऊ विश्वविद्यालय) ने ओज़ोन परत के नुकसान और उससे होने वाले प्रभावों के बारे में एक लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने जानकारी दी कि ओज़ोन परत कमजोर होने से हमारी त्वचा, शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता, पौधों और जानवरों पर बुरा असर पड़ सकता है।

उन्होंने ओजोन परत की बनावट, इसके अलग-अलग हिस्सों, यूवी किरणों से होने वाले नुकसान और इसके बचाव के उपायों को भी विस्तार पूर्वक समझाया, इसके साथ ही प्रो. अरोड़ा ने विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर दिए एवं बच्चों से सवाल पूछे “आप ओज़ोन परत को बचाने के लिए क्या करेंगे?” और उन्हें पर्यावरण की रक्षा में मदद करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में सुब्रन कुमार (सहायक निदेशक, पर्यावरण निदेशालय) ने ओज़ोन परत को बचाने के लिए किए जा रहे वैश्विक प्रयासों और मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के महत्व पर चर्चा की। साथ ही सुब्रन कुमार ने विद्यार्थियों को कोरियोलिस प्रभाव के बारे में जानकारी दी।

कार्यक्रम में बच्चों के लिए कई शैक्षिक गतिविधियाँ आयोजित की गई जैसे- चित्रकला प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, कोलॉज प्रतियोगिता एवं परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन हुआ इस कार्यक्रम में लगभग 1500 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के अन्त में विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी प्रतिभागियों को आमंत्रित अतिथियों द्वारा आकर्षक पुरस्कारों द्वारा सम्मानित किया गया। अन्त में केंद्र के शिक्षा अधिकारी राम कुमार द्वारा आए हुए समस्त प्रतिभागियों, अध्यापिकों, पत्रकारों एवं अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया गया।