लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। उत्तर प्रदेश के जनपद झाँसी के थाना मोठ में बीते 28 जुलाई को पूजा वर्मा के पति रवीन्द्र वर्मा द्वारा प्राइवेट फाइनेंस कम्पनी आईआईएफएल पर आरोप लगाया गया था कि “लोन की क़िस्त न चुका पाने के कारण उसकी पत्नी को बंधक बना लिया गया है और किस्तें जमा करने के बाद ही तुम्हारी पत्नी तुमको वापिस मिलेगी” रवीन्द्र ने इसकी शिकायत पुलिस की डायल 112 पर की थी।

माइक्रोफाइनेंस असोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश (उपमा) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर सिन्हा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि पुलिस अधीक्षक ग्रामीण झाँसी द्वारा दी गई बाईट व् पुलिस आख्या में बताया गया है कि उक्त प्रकरण में थाना मोठ पुलिस द्वारा मौके पर जाकर जाँच की तो यह तथ्य प्रकाश में आया कि उक्त महिला द्वारा उक्त कंपनी से लोन लिया गया था। महिला द्वारा कुल 09 किश्तें स्वयं जमा की गयीं तथा 02 किश्तें गाँव के ही अन्य व्यक्ति धर्मेन्द्र को जमा करने के लिए दे दी। लेकिन उसने कंपनी में किश्तें जमा नहीं कीं। इसी बात को लेकर दिनांक 28 जुलाई 2025 को उक्त महिला कंपनी आई थी। लेकिन अब कंपनी और महिला के मध्य क़िस्त जमा करने को लेकर सहमति हो गयी है। जाँच से आवेदिका को जबरदस्ती कंपनी के कार्यालय में बैठाये जाने के आरोपों की पुष्टि होना नहीं पाया गया है।
इस सम्बन्ध में दोनों पक्षों द्वारा आपसी सहमति से लिखित राजीनामा थाना मोठ में प्रस्तुत किया गया है।
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