Wednesday , July 2 2025

तनिष्क और डी बीयर्स ग्रुप ने पेश किया बेहतरीन प्राकृतिक हीरों का कलेक्शन

 

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। ज्वेलरी रिटेल ब्रांड और टाटा परिवार का एक सदस्य, तनिष्क और दुनिया की अग्रणी डायमंड कंपनी, डी बीयर्स ग्रुप ने प्राकृतिक हीरों के सबसे बेहतरीन आभूषण प्रस्तुत करने के लिए लखनऊ में एक शानदार शाम का आयोजन किया था। 1999 से तनिष्क की विरासत का अंगभूत हिस्सा बने हुए 2.80 लाख से ज़्यादा परिवारों के सम्मान में आयोजित किया गया यह समारोह तनिष्क के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।

तनिष्क के हर कलेक्शन की प्रेरणा होती है – तनिष्क महिला, जो परंपरा से नहीं बल्कि उसके अपने दृढ़ विश्वास से पहचानी जाती है। विचारों में साहसी, काम में सुंदर और बेहद अलग, तनिष्क महिला अपने पहने हुए हीरों की तरह ही बहुमुखी है। हर कलेक्शन में उसकी भावना, उसकी आकांक्षाएं और उसका सफ़र झलकता है। इस कार्यक्रम में तनिष्क के बेहतरीन प्राकृतिक हीरे के कलेक्शन पेश किए गए जो अपने सर्वोत्तम डिज़ाइन और असाधारण शिल्प कौशल के लिए जाने जाते हैं – रेडिएंस इन रिदम और एलान।

ब्रांड के सबसे नए कलेक्शन, रेडिएंस इन रिदम में प्राकृतिक हीरे को प्रेशियस और सेमी-प्रेशियस रत्नों – पन्ना, सिट्रीन, एक्वामरीन, त्सावोराइट, मैलाकाइट, तंजानाइट और एमेथिस्ट के बहुत ही खूबसूरत पैलेट के साथ जोड़कर लयबद्ध, तरल डिज़ाइन बनाए गए हैं। इस लाइन में तनिष्क के प्रोप्राइटरी तनिष्क कट और ओरिजिन कट भी शामिल हैं, जो रत्न कला में एक नया पड़ाव साबित होगा।

रेडिएंस इन रिदम उस महिला का जश्न मनाता है जो दृढ़ विश्वास और रचनात्मक शक्ति के साथ आगे बढ़ती है। वह बस चलकर नहीं आती – वह आती है, हर पल को अपना बना देती है। एक सहज चमक, बेदाग स्वाद और असाधारण स्वभाव के साथ, वह सहजता से मोहित कर लेती है। एलान डायमंड कलेक्शन में कई शानदार पीस शामिल हैं, जो जटिल मल्टी-लेयर्ड सोने की जाली स्ट्रक्चर जैसे डिज़ाइन-फ़ॉरवर्ड तकनीकों को प्रदर्शित करते हुए, स्कल्प्टेड, त्रि-आयामी आकृतियां बनाते हैं। 

एलान की शक्तिशाली प्रेरणा है, तनिष्क महिला। वह बोल्ड, महत्वाकांक्षी और चमकने के लिए तैयार है। चाहे कोई उत्सव हो, या हो ज़िन्दगी का कोई पड़ाव, या शानदार शाम हो, सभी का ध्यान आकर्षित करने, मूल्यवान और चमकदार महसूस करने के लिए वह इन प्राकृतिक हीरों को चुनती है। इस कार्यक्रम में तनिष्क ने अपने वेडिंग कलेक्शन में से लखनऊ की दुल्हनों के लिए प्राकृतिक-हीरे के डिज़ाइनों की एक श्रृंखला भी प्रदर्शित की।

खास तौर पर डिज़ाइन किया गया डायमंड इमर्सिव ज़ोन इस शाम का मुख्य आकर्षण था, जिसने “माइन टू मार्वल” यात्रा को जीवंत कर दिया। मेहमान प्राकृतिक हीरों की दुनिया में एक शानदार अनुभव में खो चुके थे। इस शोकेस ने तनिष्क और डी बीयर्स ग्रुप दोनों की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। ये दोनों अपने प्राकृतिक हीरों की बेजोड़ गुणवत्ता के बारे में ग्राहकों को जानकारी देने, ज़िम्मेदार सोर्सिंग, नैतिक शिल्प कौशल और सटीक कलात्मकता के लिए प्रतिबद्ध हैं। मेहमानों ने अत्याधुनिक तकनीक को भी देखा, जिसमें तनिष्क लाइट स्कोप शामिल था, जो हीरे की चमक को उजागर करता है और डी बीयर्स सिंथडिटेक्ट इंस्ट्रूमेंट जो लैब ग्रोन हीरे को प्राकृतिक हीरों से अलग करता है।

इस आयोजन के बारे में बात करते हुए तनिष्क की चीफ मार्केटिंग ऑफिसर पेल्की त्शेरिंग ने कहा, “समृद्ध परंपरा, विरासत और शालीनता के शहर लखनऊ को हीरे के प्रति बहुत गहरा प्यार है – जो इसकी संस्कृति और इतिहास में निहित है। तनिष्क में, हम 26 वर्षों से लखनऊ परिवारों का हिस्सा होने का सौभाग्य महसूस करते हैं। 1.23 लाख जन्मदिन और सालगिरह से लेकर 1.3 लाख सगाई और शादियों तक, हमारे आभूषणों को हमारे लखनऊ परिवारों के जीवन के सबसे कीमती पड़ावों को सम्मानित करने के लिए चुना गया है। हम डी बीयर्स के सहयोग से इस कार्यक्रम की सह-मेजबानी करके बहुत खुश हैं, खासकर यह देखकर हम बहुत खुश हैं कि लखनऊ की दुल्हनें अपने खास दिन के लिए प्राकृतिक हीरे के आभूषण चुन रही हैं।”

डी बीयर्स इंडिया के मार्केटिंग उपाध्यक्ष तोरंज मेहता ने कहा, “प्राकृतिक हीरे सिर्फ़ खूबसूरत ही नहीं होते – उन्हें बनने में अरबों साल लगते हैं, हर एक हीरा प्रकृति का एक दुर्लभ चमत्कार होता है। डी बीयर्स ग्रुप में, हमें गर्व है कि हम लखनऊ जैसे समृद्ध सांस्कृतिक और विरासत के प्रति सम्मान वाले शहर में तनिष्क के साथ मिलकर इस कहानी को जीवंत कर रहे हैं। इस शानदार अनुभव के ज़रिए, हम प्राकृतिक हीरों के प्रति समझ और प्रशंसा को और गहरा करना चाहते हैं – उनकी बेजोड़ चमक, खदान से ग्राहक तक का उनका सफ़र और भरोसे, ज़िम्मेदारी और प्रामाणिकता के मूल्य जिनके लिए वे जाने जाते हैं। हमें यह देखकर खुशी होती है कि आज के समझदार ग्राहक, ख़ास तौर पर दुल्हनें, प्राकृतिक हीरों को चुन रही हैं, सिर्फ़ उनकी चमक के लिए नहीं बल्कि उनके अर्थ के लिए भी।”