नवाचार की नर्सरी बना एकेटीयू
- विश्वविद्यालय लगातार नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए कर रहा प्रयास
- अवसर और मंच देने के परिणाम स्वरूप आगे आ रहे है स्टार्टअप और इनोवेशन
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। प्रदेश में नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति बनाने में डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय अहम भूमिका निभा रहा है। विश्वविद्यालय युवाओं को मौका और मंच तो प्रदान कर रहा है। साथ ही नवाचार और उद्यमिता में आगे बढ़ने के लिए छात्रों का सहयोग भी प्रदान किया जा रहा है। जिसके परिणामस्वरूप काफी संख्या में नवाचार और उद्यमिता सामने आये हैं।
प्रतियोगिता से आगे आ रहे नये आइडिया
विश्वविद्यालय नवाचार को आगे बढ़ाने और युवाओं के नये विचार को सामने लाने के लिए प्रतियोगिता आयोजित करा रहा है। इसके लिए इनोवेशन हब और टेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग की ओर से हैकथाॅन और बिल्डथाॅन जैसे प्रतियोगिताएं करायी जा रही हैं। हाल ही में इनोवेशन हब की ओर से नवोन्मेष का आयोजन किया गया। इसमे पूरे प्रदेश के छात्रों ने हिस्सा लिया। अपने नये आइडिया का प्रोटोटाइप माॅडल बनाया। जिसकी प्रदर्शनी भी विश्वविद्यालय में लगायी गयी।
राज्यपाल सहकुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने प्रदर्शनी को देखा और छात्रों के नवाचार की सराहना की। इसके अलावा इनोवेशन हब विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार को लेकर हैकथाॅन का भी आयोजन कराता है। जिसमें काफी संख्या में अच्छे नवाचार सामने आये। वहीं हाल ही में टेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की ओर से बिल्डथाॅन हुआ था। इसमें भी छात्रों की 60 टीमों ने अपने नवाचार की प्रदर्शनी लगाया था। इन्हें भी काफी सराहना मिली।
इनोवेशन हब कर रहा मदद
कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा छात्र इनोवेशन और स्टार्टअप की ओर अग्रसर हों। इस दिशा में इनोवेशन हब छात्रों को काफी हद तक आगे भी बढ़ा रहा है। वित्तीय सहायता के साथ ही वर्कप्लेस मुहैया कराया जा रहा है। यही नहीं इनोवेशन हब ने अलग-अलग क्षेत्रों के 75 विशेषज्ञों को अपने साथ जोड़ा है, जो छात्रों को नवाचार में मेंटाॅर करते हैं। साथ ही इनोवेशन को स्टार्टअप और उसे काॅमर्सलाइज करने में भी इनोवेशन हब मदद कर रहा है। ताकि छात्रों को आगे बढ़ने में कोई परेशानी का सामना करना न पड़े। परिणाम स्वरूप प्रदेश में नवाचार को लेकर एक नया माहौल बना है। छात्र अब नौकरी करने की बजाय इस क्षेत्र में भी हाथ आजमा रहे हैं।