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यूपी के चिड़ियाघरों में बर्ड फ्लू को लेकर हाई अलर्ट, वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कड़े कदम

  • शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान की जांच के लिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने गठित की है 5 सदस्यी टीम
  • बर्ड फ्लू के प्रसार और प्रभाव की जांच कर 15 दिनों में जांच टीम पेश करेगी रिपोर्ट

  • प्रदेश के सभी डीएफओ को वन्य जीवों की नियमित स्वास्थ्य जांच के दिये गये हैं निर्देश

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। उत्तर प्रदेश के सभी प्राणी उद्यानों (चिड़ियाघर) और सफारी पार्कों में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) के बढ़ते खतरे को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया है। वन्य जीव विभाग ने स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करते हुए प्रदेश के सभी प्राणी उद्यानों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है।

इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि चिड़ियाघरों और सफारी पार्कों में संरक्षित सभी जीव-जंतुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की ओर से देश के प्रमुख वन्य जीव संस्थानों के वेटनरी डॉक्टरों और पैथोलॉजिस्ट की 5 सदस्यी टीम जल्द ही गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान में भेजी जा रही है। जो प्राणी उद्यान के जानवरों में महामारी बर्ड फ्लू की चिकत्सकीय जांच कर 15 दिन के भीतर रिपोर्ट पेश करेगी। जिसके दिशा-निर्देशों के मुताबिक ही आने वाले दिनों में प्राणी उद्यानों में जानवरों का रख रखाव तय किया जाएगा।

केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण जल्द भेज रहा है 5 सदस्यों की स्वास्थ्य जांच टीम


शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान, गोरखपुर में महामारी बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद त्वरित कार्यवाई करते हुए, वन्य जीव विभाग ने प्रदेश के सभी चिड़ियाघरों और इटावा की लॉयन सफारी को पर्यटकों के लिये बन्द कर दिया है। साथ ही वन्य जीवों की स्वास्थ्य सुरक्षा के सभी मानकों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।

इस संबंध में प्रदेश की प्रधान मुख्य वन संरक्षिका (वन्य जीव) अनुराधा वेमुरी ने बताया कि प्रदेश के चिड़ियाघरों और सफारी में महामारी बर्ड फ्लू के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने वेटनरी डॉक्टरों और पैथोलॉजिस्ट की एक 5 सदस्यी टीम जल्द ही गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान में महामारी की जांच के लिए गठित की है। जो जांच के बाद 15 दिनों के भीतर वन्य जीवों में एवियन इंफ्लूएंजा के प्रभाव की रिपोर्ट पेश करेगी। जिसके अनुसार आने वाले दिनों में प्रदेश के चिड़ियाघरों और लॉयन सफारी का रख रखाव तय किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इस 5 सदस्यीय टीम में पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के प्रतिनिधि, वन्यजीव स्वास्थ्य प्रबंधन विभाग, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून, आईसीएआर बरेली और भोपाल के प्रतिनिधि एवं पैथोलॉजिस्ट शामिल हैं।

वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए पालन किये जा रहे हैं स्वास्थ्य सुरक्षा के सभी मानक


प्रधान मुख्य वन संरक्षिका (वन्य जीव) अनुराधा वेमुरी ने बताया कि लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, और इटावा सफारी पार्क सहित राज्य के सभी चिड़ियाघरों में विशेष निगरानी व्यवस्था और स्वास्थ्य सुरक्षा के मानकों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। जिसके तहत प्रदेश के सभी डीएफओ को स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि सभी जानवरों के स्वास्थ्य की नियमित जांच की जाए किसी भी तरह की अनियमिता को तत्काल रिपोर्ट करें। वन्य जीवों को कोई भी आहार नियमित जांच के बाद ही दिया जा रहा।

साथ ही चिड़ियाघरों में कार्यरत कर्मचारियों को पीपीई किट पहनने और व्यक्तिगत स्वच्छता के कड़े नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही, सभी चिड़ियाघरों में नियमित सैनिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है, ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके। वन्य जीव विभाग, केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के साथ लगातार संपर्क में है और उनके द्वारा सुझाए गए सभी स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों का पूरी तरह अनुपालन किया जा रहा है।