लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। भारत के सबसे तेजी से उभरते हुए यूरोपीय ट्रैवल ब्रांड स्विट्रस हॉलीडेज़ ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए आधिकारिक तौर पर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय कार्यालय जर्मनी में खोला है। इस उपलब्धि के साथ स्विट्रस जर्मनी में ट्रैवल शाखा स्थापित करने वाला पहला और एकमात्र भारतीय टूर ऑपरेटर बन गया है। इसके साथ स्विट्रस ने भारत में आउटबाउंड यात्रा के लिए एक नया मानक स्थापित किया है।
त्रिशूर, केरल से शुरुआत करते हुए स्विट्रस ने साप्ताहिक ग्रुप यूरोपीय टूर के मामले में अपना नाम बनाया है जिस के देशभर में 9 कार्यालय व अब यूरोप के केंद्र में एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आधार के साथ 25,000 संतुष्ट यात्री हैं।
स्विट्रस के जर्मनी कार्यालय के भव्य उद्घाटन समारोह का आयोजन डुइसबर्ग में किया गया जो ब्रांड के लिए एक गौरवपूर्ण व भावनात्मक उपलब्धि का प्रतीक रहा। इस आयोजन में भारतीय और जर्मन समुदायों के प्रतिष्ठित अतिथियों तथा स्थानीय व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। उनकी उपस्थिति ने दो संस्कृतियों के बीच एक सेतु के रूप में कार्य किया व समारोह की शोभा बढ़ाई। इस मौके पर मार्कस युंगबाउअर, बेज़िर्क्सबुर्गरमाइस्टर, हैम्बोर्न (हैम्बोर्न के जिला मेयर), फेलिक्स काया (सीनियर जनरल मैनेजर, वेस्टर्न यूनियन डुइसबर्ग), क्रिस्टोफ़ हेनेकन (अटॉर्नी जनरल, डुइसबर्ग), फादर डॉ. इसाक एल्सदानम (पेरिश प्रीस्ट, सेंट जोसेफ चर्च, डुइसबर्ग), जोसे कुंबिलुवेलिल (केरल से लोकसभा के सदस्य) उपस्थित रहे।
उनकी उपस्थिति ने यूरोप में भारतीय पर्यटन के बढ़ते वैश्विक प्रभाव को रेखांकित किया। इस अवसर को वास्तव में एक सांस्कृतिक समागम के रूप में चिह्नित किया।
जिला मेयर हैम्बोर्न ने कहा, “स्विट्रस सिर्फ शहरों को नहीं जोड़ रहा है – यह लोगों को जोड़ रहा है। हम इस पहल का स्वागत करते हैं जो भारत और जर्मनी के बीच पर्यटन संबंधों और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है।”
रिबन-कटिंग सेरेमनी के बाद एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें पारंपरिक आतिथ्य, स्थानीय व्यंजनों और हार्दिक सामुदायिक जुड़ाव के मिश्रण के साथ भारत की भावना का प्रदर्शन किया गया।
एक ऐसा उद्योग जहाँ अक्सर थर्ड-पार्टी विक्रेताओं और फ्रेगमेंटिड प्लानिंग पर निर्भरता होती है, वहाँ जर्मनी में स्विट्रस की उपस्थिति केवल लॉजिस्टिक्स तक सीमित नहीं है—यह यूरोप में भारतीय यात्रियों के भावनात्मक और सांस्कृतिक अनुभव को नए सिरे से परिभाषित करने का प्रयास है।
स्विट्रस हॉलीडेज़ के संस्थापक एवं सीईओ डॉ. जोबी जॉर्ज ने बताया, “हम केवल यात्रियों को यूरोप भेजना नहीं चाहते—हम उनके लिए वहाँ मौजूद रहना चाहते हैं। यह केवल एक शाखा नहीं है, यह यूरोप को भारतीय यात्रियों के लिए अधिक सरल, सुरक्षित और सुलभ बनाने की दिशा में एक साहसिक कदम है। हमें गर्व है कि हम जर्मनी में उपस्थिति दर्ज करने वाली पहली भारतीय ट्रैवल कंपनी हैं—जो हमारे ग्राहकों के लिए बेहतर नियंत्रण, तेज़ समन्वय और अधिक फायदा प्रदान करती है।”
यह विस्तार केवल स्विट्रस ब्रांड के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण भारतीय ट्रैवल उद्योग के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत है—जो महत्वाकांक्षा, विस्तार और वैश्विक एकीकरण में एक स्पष्ट बदलाव का संकेत देता है। स्विट्रस की योजना है कि वह अपनी इस वैश्विक उपस्थिति को आगे एशिया और मध्य पूर्व में नई शाखाओं के माध्यम से विस्तारित करे व यात्रियों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए यात्रा अनुभवों की पेशकश करें।