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TATA TEA जागो रे : जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूक कर रहा है AI अभियान

बैंगलोर (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। टाटा टी जागो रे प्रस्तुत कर रहा है अपना नया अभियान और इस बार ब्रांड जलवायु परिवर्तन से चल रही लड़ाई में अपना योगदान दे रहा है। ‘हर ग्रीन एक्शन से फर्क पड़ेगा’ अभियान AI-संचालित है। लोगों को अपनी रोज़ाना ज़िन्दगी में छोटे लेकिन सार्थक काम करने के लिए प्रेरित करना इसका उद्देश्य है। ताकि वे साथ मिलकर पर्यावरण पर अधिक सकारात्मक प्रभाव डाल सकें।

हमारे समय के सबसे बड़े संकट – जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए टाटा टी जागो रे प्रतिबद्ध है और यह अभियान उसकी पुष्टि करता है। साथ ही, सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन को आगे बढ़ाने के लिए उपभोक्ताओं को जागृत करने के लिए कैटेलिस्ट बनने के ब्रांड के उद्देश्य को आगे बढ़ाता है।


जलवायु परिवर्तन से लड़ने की उदासीनता यानी जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कार्रवाई करने में रुचि, चिंता या प्रेरणा की कमी सबसे बड़ी चुनौती है, जिसकी वजह से इस समस्या को हल करना मुश्किल हो रहा है। इस मुद्दे की गंभीरता के बावजूद लोग सक्रिय रूप से इसका समाधान करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। अक्सर यह माना और कहा जाता है कि किसी एक के करने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा।


इसलिए, इस अभियान में, टाटा टी जागोरे अपने माइक्रोसाइट www.JaagoRe.com पर एक अभिनव AI-संचालित व्हाट्सएप आधारित टूल लाया है। Google के जेमिनी के साथ इंजीनियर किया गया, यह टूल उपभोक्ताओं को ‘ग्रीन एक्शन’ यानी रोज़ाना कामों के सकारात्मक प्रभाव को देखने में सक्षम बनाता है। जैसे कि चूल्हे पर खाना बनाते समय ढक्कन का उपयोग करना, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना, एयर कंडीशनर का तापमान बढ़ाना/प्रबंधित करना और नहाते समय शॉवर के बजाय बाल्टी का उपयोग करना आदि।

उपभोक्ता अब टाटा टी जागोरे चैट टूल का उपयोग करके इन ग्रीन कामों को करते हुए खुद की तस्वीरें अपलोड कर सकते हैं। यह AI टूल हरित कार्यों की पहचान करने के लिए एडवांस्ड इमेज रेकग्निशन तकनीक का उपयोग करता है और व्यक्तियों को पर्यावरण पर उनके प्रयासों के सकारात्मक प्रभाव के बारे में जानकारी देता है। इससे लोगों को यह आश्वासन मिलता है कि उनके काम कितने सार्थक हैं और जलवायु परिवर्तन से लड़ने में योगदान दे रहे हैं।


जागो रे आंदोलन के प्रभाव को और बढ़ाने के लिए, उपभोक्ताओं द्वारा किए गए हर 10 हरित कामों के लिए, टाटा टी एक पेड़ लगाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुलेन लिंटास द्वारा परिकल्पित फिल्म में इस संदेश को जीवंत किया गया है। फिल्म में रोज़मर्रा की उन गतिविधियों को दिखाया है जो सामूहिक रूप से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालती हैं। शुरूआत होती है एक महिला और एक पुरुष के बीच पर्यावरण की स्थिति पर  बातचीत से, घटते हरित आवरण के बारे में एक शीर्षक हम यहां देखते हैं। 

एक और माता-पिता संदेह व्यक्त कर रहे हैं, तो दूसरी ओर बच्चे बहुत ही आसान हरित क्रियाकलापों को अपनाकर जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं। जैसे कि शॉवर के बजाय बाल्टी का उपयोग करना और उबलते बर्तनों पर ढक्कन लगाना आदि। बच्चों का कोरस गा रहा है, पर्यावरण के लिए छोटे, सामूहिक कार्यों का संदेश गहराई से गूंजता है, इस बात पर जोर देता है कि जब हर कोई योगदान देता है, तो सार्थक परिवर्तन हासिल किया जा सकता है।


इस पहल पर टिप्पणी करते हुए, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के पैकेज्ड बेवरेजेस (भारत और दक्षिण एशिया) के अध्यक्ष पुनीत दास ने कहा, “टाटा टी जागो रे ने हमेशा हमारे समय के प्रमुख सामाजिक मुद्दों पर समाज की सामूहिक चेतना को बढ़ाने में विश्वास किया है। आज के दौर में पृथ्वी के भविष्य के लिए जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ने की ज़रूरत से ज़्यादा ज़रूरी कुछ नहीं है। जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के खिलाफ लड़ाई में हम अक्सर सामूहिक कार्यों की शक्ति के माध्यम से जो प्रभाव पैदा कर सकते हैं, उसे कम आंकते हैं। हमें टाटा टी जागो रे की इस नवीनतम पहल को लॉन्च करते हुए खुशी हो रही है। इसमें हम दिखा रहे हैं कि कैसे छोटे, रोज़ाना कार्य एक सार्थक अंतर ला सकते हैं। इसे Google क्लाउड की AI तकनीकों का उपयोग करके बनाया गया है। पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाले विकल्पों को चुनने के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए टाटा टी जागो रे प्रतिबद्ध है। उपभोक्ता अनुभव को बढ़ाने और उनके साथ गहरा संबंध बनाने के लिए हम AI का लाभ उठा रहे हैं। इस पहल में हम उम्मीद कर रहे हैं कि, बेहतर कल के लिए सार्थक बदलाव को प्रेरित कर पाएंगे और लोगों की सामूहिक कार्रवाई की शक्ति को अनलॉक कर पाएंगे, क्योंकि ‘एक एक करके हम सब करेंगे, तो फर्क पड़ेगा।”


गूगल क्लाउड इंडिया के वाईस चेयरमैन और कंट्री एमडी बिक्रम सिंह बेदी ने कहा, “टाटा टी के अभिनव अभियान ‘जागो रे’ के साथ सहयोग करके हम बहुत खुश हैं। इसमें जेमिनी की उन्नत इमेज रेकग्निशन क्षमतओं का लाभ उठाकर यूज़र द्वारा सबमिट की गयी क्रियाओं को वेरीफाई करने की चुनौती को हल में मदद की जाती है। इन क्रियाओं को रियल-टाइम में एनालाइज़ किया जाता है और यूज़र्स प्राकृतिक भाषा में तत्काल फीडबैक और वेलिडेशन दिया जाता है। इससे जवाबदेही और उपलब्धि की भावना दोनों को बढ़ावा मिलता है। यह प्रभावी समाधान व्यक्तिगत प्रभाव को मापने में मदद करता है, यूज़र्स की क्रियाओं को ठोस पर्यावरणीय लाभों में परिवर्तित करता है।”


मुलेन लिंटास के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर, किशोर सुब्रमण्यन ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में, टाटा टी के जागो रे अभियान ने कई मुद्दों पर आम आदमी को उसकी जड़ता से बाहर निकालने के उद्देश्य से अपनी अनूठी शैली में प्रभावी संदेश दिए हैं। इस बार, जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर हमारे समाज की उदासीनता को उजागर किया गया है। एक के करने से क्या फर्क पड़ेगा इस सोच से लोगों को बाहर निकालने का प्रयास यह अभियान कर रहा है। बच्चों की आवाज़ के ज़रिए फिल्म इस बात पर ज़ोर देती है कि कैसे छोटे, व्यक्तिगत प्रयास एक शक्तिशाली सामूहिक प्रभाव पैदा कर सकते हैं, और हम सभी से अपना योगदान देने का आग्रह करती है… जागो रे।”