लखनऊ (टेलिस्कोप टुडे संवाददाता)। चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट (www.childrensbooktrust.com) नई दिल्ली स्थित गैर-मुनाफा प्राप्त संगठन है जिसकी स्थापना जाने माने राजनीतिक कार्टूनिस्ट के. शंकर पिल्लै ने 1957 में की थी। यह बच्चों की कहानी की पुस्तकों को प्रकाशित करने वाले भारत के सबसे पुराने पब्लिशर हैं। भारत में पिछले 68 वर्षों के अपने सफर के दौरान, चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट पुस्तकों तथा अन्य रचनात्मक गतिविधियों के जरिए बच्चों के मानसिक और रचनात्मक विकास में योगदान करते आ रहे हैं।
इस वर्ष, ट्रस्ट ने आक्रामक मार्केटिंग योजना पर अमल शुरू किया है। यह कदम ट्रस्ट ने पेरेंट्स द्वारा अपने बच्चों को मोबाइल फोन तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसों की स्क्रीन्स से दूर रखने में सहायता के अनुरोधों को ध्यान में रखकर उठाया है। सीबीटी का उद्देश्य बच्चों को भारत के सांस्कृतिक तथा नैतिक मूल्यों का संदेश देने वाली अच्छी पुस्तकों से जोड़ना है और उनके रचनात्मक एवं बौद्धिक विकास के लिए गेम्स तथा मनोरंजक गतिविधियों को उपलब्ध कराना है।
किशोर लाल, चेयरमैन (चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट) ने कहा, “किताबों से युवा मस्तिष्कों में जिज्ञासा पैदा होती है, और जीवन के प्रति एक नया दृष्टिकोण बनता है।” श्री लाल ने कहा, “हमने पिछले काफी समय से अपनी पुस्तकों की कीमतें नहीं बढ़ायी हैं ताकि ये सभी की आसान पहुंच में बनी रहें, और यहां तक कि समाज के निचले तबके की पहुंच भी इन पुस्तकों तक रहे। हम गैर-मुनाफा प्राप्त ट्रस्ट हैं और हमारा मकसद मोटा मुनाफा कमाना नहीं है बल्कि हम बेहतरीन किताबों के साथ बढ़ने के लाभ के बारे में जागरूकता का प्रसार करना करना चाहते हैं।”
ट्रस्ट ने हाल में एक इंटरनल सर्वे भी कराया जिससे यह निष्कर्ष निकलकर आया कि इसे अधिक पुस्तक मेलों में भागीदारी करने के अलावा पब्लिक और प्राइवेट लाइब्रेरी में अपनी मौजूदगी बढ़ानी चाहिए, साथ ही, पाठ्यक्रम आधारित तथा पाठ्यक्रम से अलग स्कूली शिक्षा के जरिए छात्रों तक पहुंचना चाहिए और भारत के प्रमुख शहरों में अपने स्टोर्स भी खोलने चाहिए। ट्रस्ट का मानना है कि इन गतिविधियों से सीबीटी को बच्चों और किताबों को एक-दूसरे के और नज़दीक लाने में मदद मिलेगी।
नवीन मेनन (संपादक, प्रकाशन, चिल्ड्रेन्स बुक ट्रस्ट) ने कहा, “अधिक-विकास की हमारी आकांक्षाओं के अनुरूप हमारी कन्टेंट रणनीति में बीते वर्षों में काफी बदलाव किए गए हैं। इस साल हम लखनऊ बुक फेयर में 10 नए टाइटल्स प्रस्तुत करने जा रहे हैं। साथ ही, अपनी मार्केटिंग पहुंच में विस्तार के मद्दनेज़र जरूरतों को पूरा करने के लिए और भी कई भाषाओं में अनुवादों को लाएंगे।”
सीबीटी ने पश्चिम बंगाल के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले शहर में आयोजित 41वें आसनसोल बुक फेयर में भागीदारी के साथ इस साल सफर की शुरुआत की। इसके बाद, सीबीटी ने 48वें इंटरनेशनल कोलकाता बुक फेयर और फरवरी में नई दिल्ली में आयोजित वर्ल्ड बुक फेयर 2025 में भी भाग लिया। 1 मार्च से लखनऊ में शुरू हुए बुक फेयर में स्टॉल 31 से 34 पर सीबीटी की मौजूदगी रहेगी।
ट्रस्ट को इन पुस्तक मेलों में काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। जिसने इसे अधिक बुक स्टोर्स खोलने के लिए प्रेरित किया है। जिन्हें देश के प्रमुख शहरों में बच्चों के लिए फन ज़ोन्स के तौर पर खोला जाएगा। ये स्टोर्स बच्चों का परिचय ऐसी पुस्तकों से कराएंगे जो उन्हें संस्कृति और नैतिक मूल्यों की जानकारी देने के साथ-साथ मोबाइल फोन की स्क्रीन से दूर ले जाएंगे और साथ ही, रचनात्मक तथा बौद्धिक स्तर पर प्रेरित करने वाली रोचक गतिविधियों से जोड़ेंगे।