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इंटरग्लोब फाउंडेशन और इंडीगोरीच ने आयोजित की ‘माई सिटी माई हेरिटेज’ वॉक


लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। इंटरग्लोब फाउंडेशन ने सहपीडिया के साथ मिलकर एक रोचक और ज्ञानवर्धक हेरिटेज वॉक का आयोजन किया। यह वॉक ‘माई सिटी माई हेरिटेज’ अभियान के तहत आयोजित की गई थी। इस वॉक का उद्देश्य लखनऊ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मना कर उसे बढ़ावा देना था। इसमें शहर के गहरे इतिहास और भव्य वास्तुकला को दिखाया गया।


‘माई सिटी माई हेरिटेज’ अभियान भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के बारे में जागरूकता बढ़ाने का काम करता है। यह लोगों को अपने शहर की धरोहर को संरक्षित और सुरक्षित रखने के लिए प्रेरित करता है। साथ ही यह बातचीत और सहयोग को बढ़ावा देता है, जिससे स्थानीय निवासी अपने शहर के इतिहास और संस्कृति को फिर से खोज उसे बेहतर समझ सकें। इस पहल के तहत इससे पहले प्रयागराज, भुवनेश्वर, शिलांग, नासिक, हैदराबाद और हाल ही में कोझिकोड समेत कई शहरों में इसी तरह की हेरिटेज वॉक आयोजित की जा चुकी हैं।


“अवधी बेगम, नवाब और ब्रिटिश” नाम की इस वॉक में लखनऊ के रोमांचक इतिहास को दिखाया गया। इसमें मुगल और अवधी परंपराओं के अनोखे मेल को समझाया गया, जो लखनऊ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की पहचान है। यह वॉक बेगम हज़रत महल पार्क से शुरू हुई और आमिर-उद-दौला पार्क पर समाप्त हुई। रास्ते में यह शेर दरवाजा, सआदत अली खान का मकबरा, सैपर की कब्र, बटलर पार्क और अन्य ऐतिहासिक स्थलों से होकर गुजरी। इस वॉक के दौरान शहर की वास्तुकला, संगीत और खान-पान में दिखने वाले सांस्कृतिक मेल को करीब से देखा गया। इसका नेतृत्व संरक्षण वास्तुकार निशांत उपाध्याय ने किया। इस कार्यक्रम में स्थानीय समुदाय के सदस्य, सरकारी अधिकारी, मीडिया और इंटरग्लोब फाउंडेशन व इंडिगो के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।


इस मौके पर इंटरग्लोब फाउंडेशन की चेयरपर्सन रोहिणी भाटिया ने कहा, “हमें खुशी है कि हम हेरिटेज वॉक का अनुभव लखनऊ जैसे चमकते शहर में ला रहे हैं, जहां परंपरा और आधुनिक भारत का सुंदर मेल देखने को मिलता है। लखनऊ के ऐतिहासिक स्थलों और छुपे हुए अनमोल रत्नों को खोजते हुए, हम लोगों को शहर के समृद्ध अतीत से जोड़ना चाहते हैं और उन्हें इसकी सांस्कृतिक विरासत को संजोने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। यह पहल भारत की धरोहर को प्रदर्शित करने और हमारी साझा इतिहास और परंपराओं के प्रति गहरी समझ विकसित करने की हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है।”


इंडिगो के चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर पीटर एल्बर्स ने कहा, “लखनऊ भारत की सांस्कृतिक विरासत की अनमोल धरोहर है, जहां पारंपरिक सुंदरता और आधुनिक आकर्षण का अद्भुत मेल देखने को मिलता है। ‘माई सिटी माई हेरिटेज’ अभियान से जुड़ने वाला यह सातवां शहर है। लखनऊ का समृद्ध इतिहास, जीवंत संस्कृति और शानदार वास्तुकला बेहद मनमोहक है। यह हेरिटेज वॉक लखनऊ के गौरवशाली अतीत का उत्सव है, जो लोगों को उन व्यक्तियों, स्थानों और कहानियों से जोड़ता है जिन्होंने इस शहर की पहचान बनाई है। इंडिगो में हमारा मानना है कि सफर में लोगों को करीब लाने और संस्कृतियों की गहरी समझ विकसित करने की शक्ति होती है। “हमारे ‘माई सिटी माई हेरिटेज’ अभियान के जरिए, हम एक समय में एक शहर को शामिल करते हुए भारत की विविधता का जश्न मनाना चाहते हैं, साथ ही हम लोगों को लखनऊ जैसे शहरों में घूमने और भारत की खूबसूरती का अनुभव करने का सुनहरा मौका दे रहे हैं।”


इंटरग्लोब फाउंडेशन ने सहपीडिया के साथ मिलकर 2019 में ‘माई सिटी माई हेरिटेज’ प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य भारतीय शहरों की सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करना और उसका जश्न मनाना है। यह पहल पारंपरिक संरक्षण प्रयासों से आगे बढ़कर स्थानीय समुदायों को सक्रिय रूप से जोड़ती है, ताकि वे अपनी विरासत को खोज सकें, उसे दस्तावेज़ कर सकें और साझा कर सकें, जिससे शहरों की अनोखी पहचान बनी रहे। शुरुआत में यह कार्यक्रम भारत के दस शहरों में आयोजित किया गया था, लेकिन अब इसका विस्तार श्रीनगर, कोझिकोड, लखनऊ और छत्रपति संभाजीनगर (पहले औरंगाबाद) तक हो चुका है। इसका उद्देश्य विभिन्न लोगों के लिए एक रोमांचक और गहन सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करना है, जिससे वे इन शहरों की समृद्ध विरासत को करीब से जान सकें।