लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लि. (यूपीएमआरसी) देश के अंदर मेट्रो परियोजनाओं के तीव्र विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। वर्तमान में कानपुर और आगरा शहरों में यूपीएमआरसी के तेज सिविल निर्माण कार्यों से प्रदेश में मेट्रो नेटवर्क का तेजी से विस्तार हो रहा है। नई दिल्ली में आयोजित छठे रेल एनालिसिस इनोवेशन एण्ड एक्सिलेंस समिट 2025 में कंपनी को “मेट्रो परियोजनाओं के तेज विकास“ के लिए पुरस्कृत किया गया। यूपीएमआरसी की ओर से निदेशक/वर्क्स एण्ड इंफ्रास्ट्रक्चर सीपी सिंह ने पुरस्कार ग्रहण किया।
रेल एनालिसिस इनोवेशन एण्ड एक्सिलेंस समिट रेलवे सेक्टर से संबंधित गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला एक महत्वपूर्ण सम्मेलन है। आयोजकों ने इस अवसर पर यूपीएमआरसी टीम को बधाई देते हुए कहा कि, ‘‘यूपीएमआरसी की रिकॉर्ड समय में परिवर्तनकारी मेट्रो परियोजनाओं को जमीन पर लाने की क्षमता बेमिसाल है। उत्तर प्रदेश में कानपुर मेट्रो का तेज और निर्बाध कार्यान्वयन शहरी सार्वजनिक परिवहन के विकास के प्रति यूपीएमआरसी के समर्पण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। कानपुर मेट्रो के सिविल निर्माण कार्य में कुशल योजना और नवाचारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यूपीएमआरसी न केवल क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ा रहा है, बल्कि शहरों के अंदर मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के विकास के नए मानक भी स्थापित कर रहा है। गतिशीलता और यात्री-केंद्रित सेवाओं पर ध्यान देने के साथ, यूपीएमआरसी भारत में मेट्रो सिस्टम के भविष्य को फिर से परिभाषित कर रहा है। हम शहरी परिवहन में उत्कृष्टता लाने के लिए किए जा रहे उनके निरंतर अथक प्रयासों की सराहना करते हैं‘‘।
यूपीएमआरसी को मेट्रो रेल इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अपने इनोवेशन्स, आधुनिकता और विश्व स्तरीय सुविधाओं के लिए जाना जाता है। लखनऊ के बाद कानपुर और आगरा शहरों में रिकार्ड समय में यात्री सेवा आरंभ कर यूपीएमआरसी ने करोड़ों प्रदेशवासियों को सुगम और सुखद सार्वजनिक यात्रा की सौगात दी है।
इस अवसर पर यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि, “यूपीएमआरसी द्वारा कानपुर एवं आगरा के बैलेंस सेक्शन पर सिविल निर्माण कार्यों का तेजी से निष्पादन किया जा रहा है। कानपुर में बहुत जल्द ही मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवाओं का विस्तार किया जाएगा। कानपुर सेंट्रल के आगे नौबस्ता तक भी साल के अंत तक यात्री सेवा शुरू हो जाएगी। यूपीएमआरसी ने आईआईटी कानपुर से मोतीझील के बीच 9 किमी के प्रॉयोरिटी कॉरिडोर पर मात्र 2 साल 1.5 महीने के रिकॉर्ड समय में यात्री सेवाओं का शुभारंभ किया था। पिछले साल दिसंबर में हमने पहली बार मोतीझील स्टेशन से कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक अंडरग्राउंड सेक्शन में मेट्रो ट्रेन का टेस्ट रन किया। कॉरिडोर-2 (सीएसए से बर्रा-8) का निर्माण कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। आगरा मेट्रो के प्राथमिक खंड के टनल कार्य को भी हम मात्र 11 महीनों में पूरा करने में सफल रहे। हम इन सभी परियोजनाओं को न सिर्फ समय से पूर्व निर्मित करने का कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं बल्कि मेट्रो के माध्यम से शहरवासियों को विश्वस्तरीय सार्वजनिक यात्रा का लाभ भी दे रहे हैं।‘‘