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आम जनता के लिए लाभकारी है बजट, बढ़ी ज्वैलरी सेक्टर की अपेक्षाएं : प्रदीप अग्रवाल

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। केंद्रीय बजट में जिस तरह से सरकार ने 12 लाख रुपए तक टैक्स फ्री इनकम की घोषणा की है, उससे ज्वैलरी सेक्टर की भी अपेक्षाएं काफी बढ़ी है। हम उम्मीद करते हैं कि, ज्वैलरी सेक्टर में कस्टमर अपना ध्यान निवेश एवं बचत की ओर ज्यादा करेंगे। यह कहना है लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप कुमार अग्रवाल का।

उन्होंने कहा कि TDS 2.5 लाख से बढ़कर 6 लाख तक की छूट की गई है। TCS पर 7 लाख से बढ़कर 10 लाख तक की छूट की गई है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए इनकम टैक्स में अतिरिक्त टैक्स स्लैब की छूट 50000 से 1 लाख तक की गई है। पिछली चार संशोधित आयकर रिटर्न पुनः भरने का मौका दिया गया है। यह सब स्वागत योग्य है। हमें उम्मीद थी कि, सरकार गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी 6.5% से घटाकर 4% तक करेगी।

प्रदीप कुमार अग्रवाल ने कहा कि जीएसटी बजट का डायरेक्ट फैक्टर नहीं है, परंतु ज्वेलरी सेक्टर में पहले 1% जीएसटी थी और सोने का मूल्य उस समय ₹25,000 प्रति 10 ग्राम था। जिसे बढ़ाकर अब 3% कर दिया गया था, जबकि सोने का मूल्य वर्तमान में 80 से 90 हजार प्रति 10 ग्राम तक बना हुआ है। इससे आम ग्राहक को सोना खरीदते समय बड़ी मात्रा में जीएसटी का भुगतान करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना चाहती है लेकिन डिजिटल पेमेंट करते समय बैंक क्रेडिट कार्ड पर एक परसेंट से लेकर 3 परसेंट तक कमीशन कट जाता है। सोना व चांदी बहुमूल्य धातु है इससे आम कस्टमर को काफी पैसा कमीशन के रूप में देना पड़ता है।

ज्वेलरी सेक्टर में आभूषण खरीदने वाले कस्टमर को EMI की सुविधा दी जानी चाहिए थी। इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स में अथवा विदेश घूमने पर EMI की सुविधा आम नागरिकों के लिए उपलब्ध है। सराफा व्यापार में EMI से आम जन का बचत की तरफ रूझान बढ़ेगा।

 उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के स्वर्ण नगरी मेरठ में ज्वेलरी पार्क बनाने के लिए बजट में विशेष प्रावधान किया जाना चाहिए था। ताकि इस उद्योग में कार्यरत कारीगरों एवं नए स्टार्टअप्स को सीधा-सीधा लाभ मिलता।इस वर्ष का बजट आम जनता के लिए बहुत ही लाभकारी है जिससे आय के स्रोत भी बढ़ेंगे और बचत करने का भी जज्बा पैदा होगा। एमएसएमई में भी जो स्टार्टअप में लिमिट बढ़ाई है वह सराहनीय है।