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एचज़ेडएल : पूंजीगत व्यय के बावजूद वित्त वर्ष 26 तक हो जाएगी ऋण-मुक्त

  • एचज़ेडएल का कर-पश्चात लाभ बिजली लागत की बचत और परिचालन लाभ के मद्देनज़र वित्त वर्ष 27 तक 11,402 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा: वेंचुरा

  • एचज़ेडएल का मूल्य लक्ष्य अगले दो साल में 585 रुपये है जो सीएमपी के मुकाबले 27% अधिक है

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। ब्रोकरेज कंपनी, वेंचुरा सिक्योरिटीज को उम्मीद है कि हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (एचज़ेडएल) को बिजली लागत बचत और परिचालन लाभ से फायदा होगा, जिससे वित्त वर्ष ‘27 तक कंपनी का कर पश्चात लाभ (पैट) 11,402 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। इसने एचज़ेडएल की चांदी उत्पादन क्षमता में समय पर विस्तार पर भी ज़ोर दिया है, जिससे धातु की बढ़ती मांग को देखते हुए कंपनी को मदद मिलेगी।

वेंचुरा ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “बिजली लागत की बचत और परिचालन लाभ के मद्देनज़र कंपनी का एबिट्डा और पैट वित्त वर्ष 27 तक क्रमशः 19,142 करोड़ रुपये और 11,402 करोड़ रुपये तक हो जाने की उम्मीद है। इसके परिणामस्वरूप, वित्त वर्ष 27 तक एबिट्डा/पैट मार्जिन में क्रमशः 51.5% (+430 आधार अंक)/30.7% (+350 आधार अंक) तक सुधार होने की उम्मीद है।“

ब्रोकरेज कंपनी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 26 तक एचज़ेडएल ऋण-मुक्त हो जाएगी। वेंचुरा ने कंपनी पर “खरीद” रेटिंग के साथ कवरेज शुरू किया है और अगले 24 महीनों में 585 रुपये का डिस्काउंटेड कैश फ्लो (डीसीएफ) पद्धति-आधारित मूल्य लक्ष्य निर्धारित किया है, जो मौजूदा सीएमपी 462 रुपये के मुकाबले 26.7% की बढ़त दर्शाता है।

वेंचुरा ने उन तत्वों को रेखांकित किया है जो एचज़ेडएल के लिए अनुकूल सबित होंगे। ब्रोकरेज कंपनी ने कहा, “बेस मेटल्स – जिंक और लेड की वैश्विक मांग 6%/7% की सीएजीआर से बढ़कर 19.1 मिलियन/13.3 मिलियन होने की उम्मीद है। भारत घरेलू स्तर पर, जिंक का शुद्ध निर्यातक है, जबकि लेड की आपूर्ति में कमतर है। ये दोनों परिस्थितियां एचज़ेडएल के अनुकूल हैं। निवेश मांग के लिहाज़ से चांदी तेज़ी से लोकप्रिय हो रही है और औद्योगिक स्तर पर इसका उपयोग बढ़ रहा है। चांदी की उत्पादन क्षमता में समय पर विस्तार, बढ़ती मांग को देखते हुए अच्छा संकेत है।“

एचज़ेडएल ने देबारी में रोस्टर प्लांट, चंदेरिया में फ्यूमर तथा उर्वरक संयंत्र (सल्फ्यूरिक एसिड फॉरवर्ड इंटीग्रेशन) और 450 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा के अतिरिक्त वित्तपोषण के लिए वित्त वर्ष 24-27 की अवधि के लिए ~ 16000 करोड़ रुपये (सस्टेनिंग कैपेक्स सहित) के पूंजीगत व्यय की योजना बनाई है।

वेंचुरा एचज़ेडएल की विस्तार योजनाओं को लेकर भी उत्साहित है और इससे आय में बढ़ोतरी की आशा है। ब्रोकरेज कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “उम्मीद है कि एचज़ेडएल को वित्त वर्ष 27 में अपने खनन उत्पादन को 1 मिलियन टन से बढ़ाकर 1.2 मिलियन टन कर लेगी और इस तरह रिफाइंड जिंक/लेड उत्पादन 817/216 केटी से बढ़कर 931/240 केटी हो जाएगा। सिल्वर (लेड कंसंट्रेट का उपोत्पाद) 746 टन से बढ़कर 800 टन होने की उम्मीद है।”

वेंचुरा ने कहा, “हमें अनुमान है कि क्षमता विस्तार और मज़बूत मांग परिदृश्य की मदद से वित्त वर्ष 24-27 के दौरान आय 9% की सीएजीआर से बढ़कर 37,152 करोड़ रुपये हो जाएगा। ज़स्ता/सीसा/चांदी/अन्य स्रोतों (सल्फ्यूरिक एसिड और पवन ऊर्जा) से आय 11%/3%/7%/5% के सीएजीआर से बढ़कर क्रमशः 24,425/4,438/6,636/1,654 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है।“