लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर राजभाषा कार्यान्वयन समिति सीएसआईआर – सीमैप द्वारा वैज्ञानिक हिंदी संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें लखनऊ स्थित चारों प्रयोगशालाओं- सीएसआईआर-सीडीआरआई, सीएसआईआर-सीमैप, सीएसआईआर-आईआईटीआर और सीएसआईआर-एनबीआरआई के शोधार्थी एवं वैज्ञानिको ने भाग लिया।
बतौर मुख्य अतिथि डॉ. रंजना अग्रवाल (निदेशक निस्पर, नई दिल्ली) और विशिष्ट अतिथि सीएसआईआर-एनबीआरआई के निदेशक डॉ. अजीत कुमार शासनी, सीएसआईआर-आईआईटीआर के निदेशक डॉ. भास्कर नारायण ने सहभागिता करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी की अध्यक्षता सीएसआईआर-सीमैप के निदेशक डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने किया।
संगोष्ठी में चारों प्रयोगशालाओं से शोधार्थियों के द्वारा कुल 12 शोधपत्र प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन डा. अनिल मौर्य (राजभाषा इकाई के संयोंजक) ने किया। तकनीकी सत्र का संचालन डा. करुणा शंकर, डॉ. अरविंद सिंह नेगी, और अनिल कुमार गुप्ता द्वारा किया गया। इस अवसर पर सभी शोध पत्रों के सारांश के ई स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
वैज्ञानिक हिन्दी संगोष्ठी में शामिल सभी अतिथियों ने कहाकि विज्ञान को सरलतम रूप में जन जन तक पहुंचाने के लिए शोध पत्रों को हिंदी में प्रचारित और प्रसारित किया जाए। साथ ही इस तरह की वैज्ञानिक संगोष्ठी को हिन्दी में वैश्विक स्तर पर आयोजित किये जाने पर जोर दिया।