इंटरनेशनल वैश्य फेडरेशन ने की यूपी के जिलाध्यक्षों की कार्यशाला
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। हम सभी वैश्य संगठन के कार्यकर्ता है और आज का यह सत्र सबसे यादगार सत्र बनेगा। आज मंच नहीं सदन बोलेगा और सभी अपने विचार व्यक्त करेंगे। 2025 प्रारंभ हुआ है और इस वर्ष पूरे भारत में जनगणना होनी है। जनगणना एक महत्वपूर्ण कदम है और आपका भविष्य इस पर निर्भर करता है। इसलिए उसमें सही जानकारी अवश्य दर्ज कराएं। सीतापुर रोड स्थित ब्रज की रसोई में रविवार को आयोजित इंटरनेशनल वैश्य फेडरेशन उत्तर प्रदेश के जिला अध्यक्षों एवं महामंत्री की कार्यशाला में उक्त बातें संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एवं उत्तर विधानसभा विधायक डॉ. नीरज बोरा ने कही। उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
कार्यशाला में इंटरनेशनल वैश्य फेडरेशन यूपी ने नए वर्ष में नए संकल्पों के साथ मैदान में उतरने का संकल्प लिया है। बैठक में अगले एक वर्ष में किए जाने वाले आयोजनों की रूपरेखा बनी और संगठन को सशक्त बनाने पर चर्चा हुई। कार्यशाला में लीडरशिप डेवलपमेंट और उस पर आधारित कई सत्र हुए। व्यक्तित्व विकास, आयोजनों की बारीकियां समझाने के साथ ही समाज में पैठ और वर्तमान परिवेश में सोशल मीडिया जैसे प्लेटफार्म के बेहतर उपयोग पर चर्चा हुई।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डा. नीरज बोरा ने कहा कि भारत को दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए वैश्य समाज को प्रभावी भूमिका निभानी होगी। सामाजिक सरोकारों के साथ ही राजनीतिक क्षेत्र में भी सक्रिय योगदान करना होगा। समाज की महिलाओं को भी आगे लाना होगा। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित होने के बाद आने वाले समय में लोकसभा और विधानसभा सीटों की संख्या बढ़ेगी और महिलाओं को आरक्षण भी मिलेगा। ऐसे में वैश्य समाज की महिलाओं को सशक्त बनाने की जिम्मेदारी भी समाज की है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. नीरज बोरा ने वैश्य समाज की महिलाओं को राजनीतिक रूप से सशक्त करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला को संगठनात्मक रूप से मजबूत बनाते हुए ज्यादा से ज्यादा वैश्य समाज के लोगों को जोड़ा जाए उनकी सदस्यता कराई जाए। सामाजिक और राजनीतिक दोनों स्तरों पर वैश्य समुदाय के लोगों को सशक्त बनाना है। विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण कार्य करने वाली वैश्य समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाए।
डॉ. नीरज बोरा ने कहा कि महिलाएं केवल महिला इकाई की ही नही बल्कि मुख्य इकाई की भी पदाधिकारी बन सकती हैं। महिला ईकाई को अगले 2 वर्षों में इतना सशक्त करना है कि वर्ष 2029 में होने वाले लोकसभा चुनाव में वैश्य समाज की महिलाएं अग्रणी भूमिका में रहे और सदन में पहुंचे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2007 में उत्तर प्रदेश विधानसभा में वैश्य समाज के केवल 14 विधायक थे और वर्तमान में 34 विधायक हैं। सभी विधायक एक स्वर में वैश्य समाज के हित की बात करते हैं।
महिला ईकाई की प्रदेश अध्यक्ष डा. मिथिलेश अग्रवाल ने कहा कि आज की कार्यशाला बहुत ही खास है। वैश्य समाज व्यापारी वर्ग है और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री व्यापारियों को मजबूत बना रहे है। जब जब देश पर संकट आया है व्यापारी वर्ग हमेशा खड़ा रहा है। पश्चिम जोन की महिलाएं बेहतर कार्य कर रही है। महिलाएं खुद स्वावलंबी बने और सरकार की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपनी बेटियों को संस्कारी अवश्य बनाए, जिससे वो अपने परिवार के साथ ही देश का नाम रोशन करें। घर में बैठकर कभी समाज नहीं बन सकता है, समाज के बीच में जाने से ही संगठन मजबूत बनेगा।
युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष विशाल जायसवाल ने कहा कि वैश्य समाज आगे चलेगा और युवाओं की पूरी ऊर्जा संगठन के साथ रहेगी। 33 जिलों में युवा इकाई गठित हो चुकी है और जल्द ही अन्य अन्य जिलों में भी गठन हो जायेगा।
मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल ने कहा कि वैश्य समाज का हर व्यक्ति अपने में एक स्तंभ है जो वह समाज को समर्पित करते हुए सेवाए देता हैं। वैश्य समाज के लिए हर संभव मदद के लिए मैं हमेशा तत्पर हूं।
प्रदेश महामंत्री डॉ. अजय गुप्ता ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यशाला में 65 जिला अध्यक्ष एवं महामंत्री उपस्थित रहे। इंटरनेशनल वैश्य फेडरेशन के वार्षिक कार्य योजना एवं कार्यक्रमों पर विस्तृत चर्चा की गई। आईवीएफ जिला इकाई द्वारा वार्षिक कार्यक्रम कैलेंडर में जारी किया गया। जिसमें प्रत्येक जिला इकाई द्वारा अपनी मासिक कार्यकारिणी बैठक का आयोजन किया जाये, मकर संक्रान्ति के उपलक्ष्य में समरसता भोज (तहरी/ खिचड़ी) का आयोजन हो जिसमें सभी वैश्य उपवर्गों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये। प्रत्येक वर्ष 17 मार्च को वैश्य एकता के प्रेरणापुंज, अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन (आईवीएफ) के संस्थापक अध्यक्ष रहे स्मृति शेष रामदास अग्रवाल की जयन्ती को “वैश्य एकता दिवस” के रुप में मनाया जाये तथा इस अवसर पर सामाजिक कार्यक्रम अवश्य हों।
सर्व वैश्य होली मिलन समारोह के आयोजन किये जायें, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को भारतीय नव वर्ष और सम्राट विक्रमादित्य जयन्ती पर आयोजन किये जायें। वैश्य कुल गौरव भामाशाह जी की जयन्ती मनायी जाये, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले वैश्य समाज के छात्र और छात्राओं का सम्मान समारोह किया जाये। महिला ईकाई द्वारा तीज कार्यक्रम अनिवार्य रुप से हों, युवा ईकाई द्वारा नवरात्र में डांडिया आदि आयोजन किये जायें। दीपावली पर अन्नकूट प्रसादम् कार्यक्रम आयोजित किया जाये। सभी जिला इकाई वर्ष में अपने सांसद, विधायक, महापौर, अध्यक्ष नगर पालिका व नगर पंचायत का अंगवस्त्र से स्वागत अभिनंदन करे। प्रत्येक जिला इकाई के प्रमुख पदाधिकारी अनिवार्य रुप से अपने जिले में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक से मिलें, उनका स्वागत करें और आश्वस्त करें कि प्रशासन को जब भी आवश्यकता होगी, वैश्य समाज सहयोग करने को तत्पर रहेगा।
क्षेत्रीय अध्यक्ष राम मोहन गुप्ता ने प्रशिक्षण शिविर में “नेतृत्व क्षमता कैसे विकसित की जाए” विषय पर प्रशिक्षण दिया। जिसमें सभी अध्यक्षों एवं महामंत्रियों ने अपनी सहभागिता निभाते हुए विषय पर विस्तृत चर्चा की गयी।
आईवीएफ आईपीएल जयपुर में 6 से 9 फरवरी आयोजित किया जाएगा। जिसमें प्रदेश प्रभारी एवं क्षेत्रीय अध्यक्ष जगमोहन गुप्ता, सह प्रभारी अमित वैष्णेय, विशाल जायसवाल, अनुरतन, राहुल अग्रवाल को बनाया गया हैं।
प्रशिक्षण कार्यशाला में संगठन के सलाहकार और विधायक रमेश जायसवाल, महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष डा. मिथलेश अग्रवाल, युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष विशाल जायसवाल, प्रदेश महामंत्री डा. अजय गुप्ता, जितेन्द्र रस्तोगी, नीरज गुप्ता, डा. अनिल गुप्ता, शिवकुमार सोनी, काशी क्षेत्र के अध्यक्ष चंद्रांशु गोयल, ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष इंजी. जगमोहन गुप्ता, पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष अमित वार्ष्णेय, अवध क्षेत्र के अध्यक्ष डा. राममोहन गुप्ता, गोरखपुर और बुंदेलखंड के प्रभारीगण, जिलाध्यक्ष व जिला महामंत्रीगण के अलावा रूपाली गुप्ता, अनुराग साहू सहित प्रदेश के सभी जनपदों के प्रतिनिधि सम्मिलित रहे।