लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में आयोजित “एक्सपेंडिंग रिसर्च होराइजन्स” पर पांच दिवसीय विंटर स्कूल का शुक्रवार को समापन हो गया। इस वर्ष विंटर स्कूल में अकादमिक लेखन और प्रकाशित होना, निगमनात्मक (डिडक्टिव), आगमनात्मक (इंडक्टिव) और अपवर्तनीय तर्क द्वारा सिद्धांत तैयार करना, हार्वर्ड केस लिखना, डिजिटल युग में गुणात्मक शोध (क्वालिटेटिव रिसर्च) और शोध में एआई का उपयोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया। विंटर स्कूल का उद्घाटन 9 दिसंबर को हुआ था, जहाँ जयपुरिया, लखनऊ के डीन रिसर्च डॉ. अनुभव मिश्रा ने प्रतिभागियों का स्वागत किया। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. नृपेंद्र राणा (प्रोफेसर, क्वीन्स बिजनेस स्कूल, बेलफास्ट, यूके) थे।
विंटर स्कूल ने सभी शोध विद्वानों और शिक्षाविदों के लिए शिक्षण और शोध विधियों का एक अनूठा और मौलिक अवलोकन प्रस्तुत किया। पांच दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य डॉक्टरेट विद्वानों के साथ-साथ शिक्षाविदों को शिक्षण शिक्षाशास्त्र और शोध विधियों की बेहतर समझ रखने और अपने शोध में मदद करने के लिए नए सॉफ्टवेयर और मॉडल के बारे में जानने के लिए एक मंच प्रदान करना था।
यह पाँच दिवसीय कार्यक्रम बेहतर शोध लेख तैयार करने और उन्हें शीर्ष पत्रिकाओं में प्रकाशित करने पर केंद्रित था। जिससे प्रतिभागियों को शोध पत्र प्रकाशन और थीसिस लेखन के लिए फायदेमंद शोध कौशल विकसित करने में मदद मिली। विंटर स्कूल 2024 के प्रमुख आकर्षण में विंटर स्कूल, डॉक्टरेट संगोष्ठी (कोलोकियम), छात्र प्रतियोगिता, पेपर डेवलपमेंट वर्कशॉप, 3-मिनट थीसिस पिच आदि सहित कई कार्यक्रम शामिल थे।
इस सहयोगी मंच ने नेटवर्किंग को प्रोत्साहित किया, प्रतिभागियों के कौशल और ज्ञान को बढ़ाया और शिक्षा और अनुसंधान के भविष्य को आकार दिया।
विंटर स्कूल 2024 के प्रमुख वक्ताओं में डॉ. नृपेंद्र राणा (प्रोफेसर, क्वींस बिजनेस स्कूल, बेलफ़ास्ट, यूके), चैताली शर्मा, के-12 और अन्य बिक्री-दक्षिण एशिया, टर्निटिन एपीएसी, डॉ. आलोक दीक्षित, एसोसिएट प्रोफेसर, आईआईएम लखनऊ, डॉ. सुजीत शर्मा, प्रोफेसर, आईआईएम नागपुर, डॉ. शैलेश पांडे, एसोसिएट प्रोफेसर, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, इंदौर, डॉ. सुभादीप रॉय, प्रोफेसर, आईआईएम अहमदाबाद, डॉ. वर्षा जैन, चेयर प्रोफेसर- एमआईसीए, अहमदाबाद, संगीता मेनन, एमराल्ड पब्लिशिंग में प्रकाशन संबंध प्रबंधक, डॉ. शिव कक्कड़, उपाध्यक्ष, एआई इनिशिएटिव्स, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, डॉ. सुधीर राणा, एसोसिएट प्रोफेसर, गल्फ मेडिकल यूनिवर्सिटी, यूएई शामिल थे।
विंटर स्कूल में अकादमिक लेखन और प्रकाशित होना, डेस्क अस्वीकृति से बचना और शोध में नैतिकता को बनाए रखना, आर का उपयोग करके वित्त के लिए अर्थमिति, डिडक्टिव, इंडक्टिव और एबडक्टिव रीजनिंग द्वारा सिद्धांत उत्पन्न करना, हार्वर्ड केस लिखना: एक विशेषज्ञ से अंतर्दृष्टि, प्रकाशनों के जीवन-चक्र का प्रबंधन, डिजिटल युग में गुणात्मक शोध, एआई के साथ अकादमिक और अनुसंधान अखंडता, शोध में एआई का उपयोग, पेपर डेवलपमेंट वर्कशॉप (पीडीडब्ल्यू), प्रस्तुतियाँ आदि पर विभिन्न अत्यधिक जानकारीपूर्ण सत्र और कार्यशालाएँ शामिल थीं।
कार्यक्रम का समापन स्वस्तिवचनिक सत्र (वैलेडिक्टरी) के साथ हुआ, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात के गल्फ मेडिकल यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुधीर राणा ने समापन भाषण दिया। सत्र का समापन डॉ. आरती चंदानी, एफपीएम-चेयर द्वारा सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देने के साथ हुआ।