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बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं के नरसंहार के विरोध में राजधानी में विशाल प्रदर्शन

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार बंद हों, अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे : रामलाल

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। बांग्लादेश हिन्दू रक्षा संघर्ष समिति की ओर से मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय से हजरतगंज चौराहे तक जन आक्रोश रैली निकाली गयी। इस प्रदर्शन में दर्जनों हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता शामिल हुए। रैली से पूर्व लखनऊ विश्वविद्यालय के छत्रपति शिवाजी मैदान में आयोजित सभा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल समेत विभिन्न मत पंथ से जुड़ेे साधु-संतों ने संबोधित किया। बांग्लादेश हिन्दू रक्षा संघर्ष समिति की ओर से हनुमान सेतु के सामने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार को सौंपा गया।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार तत्काल बंद हों, अन्यथा बांग्लादेश को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। रामलाल ने कहा कि यदि तुरंत हिंसा बंद नहीं हुई तो बांग्लादेश का भी वहीं हस्र होगा जो आज पाकिस्तान का है। वहां के राजनेताओं को यह समझना चाहिए जब तक संसद भंग न हो तब तक अंतरिम सरकार ये गैर कानूनी है। उन्होंने कहा कि संयुक्तराष्ट्र संघ व मानवाधिकार संगठन तुरन्त हस्तक्षेप करें।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में क्रूरतम अत्याचार हो रहा है। हिन्दुओं की नृशंस हत्या हो रही है। मां-बहनों का अपहरण व हत्या हो रही है। हमारी मांग है कि वहां के हिन्दुओं पर अत्याचार बंद हो और इस्कान के सन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को तुरन्त रिहा किया जाय। बांग्लादेश के हिन्दुओं का आहवान किया कि हिम्मत से डटे रहो, भारत का हर हिन्दू आपके साथ खड़ा है।

रामलाल ने कहा कि देश में छुपे गद्दारों से सावधान व सचेत होने की जरूरत है। विदेशी ताकतों के हस्तक बनकर जो लोग भारत में भी बांग्लादेश होने की संभावना तलाश रहे हैं वह किसी भ्रम में न रहे, आज भारत जागृत और संगठित है, एक जुट है। उन्होंने सभी दलों से भी आग्रह किया कि वे भी हिंदुओं के लिए आवाज उठाएं, बिना हिंदू वोट के कोई दल भी जीत नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि जागृत हिन्दू समाज सभी समस्याओं का समाधान है। हिन्दू अगर एकजुट हो जाय तो सभी समस्याओं का समाधान हो सकता है। हिन्दू समाज संगठित रहता है तो आपत्ति नहीं आती।
रामलाल ने अंत में भारतीय इतिहास की याद दिलाते हुए कहा कि – हिन्दु भाव को जब-जब भूले आयी विपद महान,भाई छूटे,धरती खोई,मिटे धर्म स्थान।

इस्कान मंदिर लखनऊ के अध्यक्ष स्वामी अपरिमेय श्याम दास ने कहा कि बांग्लादेश में मानवता शर्मसार हो रही है। भारत सरकार हस्तक्षेप करे ताकि वहां के हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
बावन मंदिर अयोध्या के महंत वैदेही वल्लभ शरण महाराज ने कहा जैन, बौद्ध, सिख सब हमारे हैं, हम सब एक हैं। बांग्लादेशी हमारे भाईयों की हत्या कर रहे हैं वह जाति पांत नहीं देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्मरक्षा के नाम पर एक हो जाओ। भारत संतों व सूरों का देश है। वंचित शोषित परिसंघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष चंदनलाल वाल्मीकि ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में दलित व वंचित समाज के लोगों पर अत्याचार हो रहा है।

विधायक डॉ. नीरज बोरा ने कहा कि हिंदू समाज का यह विरोध प्रदर्शन एकजुटता का प्रतीक है। यह केवल एक शुरुआत है। इस प्रदर्शन ने यह संदेश दिया है कि सकल हिंदू समाज अपने बांग्लादेशी हिंदू बहन-भाईयों के प्रति हो रहे अन्याय और अत्याचारों के खिलाफ है।

गुरूद्वारा आलमबाग के प्रधान सरदार निर्मल सिंह ने कहा कि पाकिस्तान का हिस्सा काटकर अगर बांग्लादेश बनाया जा सकता है तो बांग्लादेश को तोड़ा भी जा सकता है। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंध समिति के प्रवक्ता सरदार सतपाल सिंह मीत ने कहा कि अगर बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमले बंद नहीं हुए तो भारत सरकार बांग्लादेश को मिनटों में नेस्तानाबूद कर सकती है।
विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त संगठन मंत्री विजय प्रताप ने बांग्लादेश को चेतावनी देते हुए कहा कि यह नया भारत है। घर के अंदर घुसकर मारेगा। आज भारत दुनिया के सामने झुकने वाला नहीं है बल्कि दुनिया में सिरमौर बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर हम सचेत और संगठित नहीं हुए तो जो स्थिति बांग्लादेश की है वही स्थिति यहां बनने वाली है।


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ल ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओ पर निरंतर अत्याचार हिंसा का दौर जारी है। अब तक हजारों हिंदुओ की हत्या लूटपाट एवं महिलाओं का शील भंग हो चुका है और ये कुकृत्य रुकने का नाम भी नहीं ले रहा है।

प्रदर्शन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचारक कौशल, अभाविप के क्षेत्र संगठन मंत्री घनश्याम शाही, विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्तीय अध्यक्ष कन्हैया लाल नगीना, प्रान्त सम्पर्क प्रमुख गंगा सिंह, विशेष सम्पर्क प्रमुख प्रशान्त भाटिया, सामाजिक समरसता विभाग के प्रान्त प्रमुख राजकिशोर, विभाग संघचालक भुवनेश्वर, विभाग प्रचारक अनिल, विभाग कार्यवाह अमितेश, साहित्य परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री डा. पवन पुत्र बादल, एकल अभियान के राष्ट्रीय संगठन मंत्री माधवेन्द्र सिंह, पूर्व सांसद डा. अशोक बाजपेई, विधायक डा. नीरज बोरा, किसान संघ के अशोक यादव, अधिवक्त परिषद की अध्यक्ष मीनाक्षी परिहार, सेवा भारती से रवीन्द्र गंगवार, आरोग्य भारती से डा. इन्द्रेश, सक्षम से राघवेन्द्र, महिला समन्वय से डा. शुचिता, लघु उद्योग भारती से रवीन्द्र, संघ के वरिष्ठ प्रचारक ओमपाल सिंह व अशोक उपाध्याय प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सह विभाग कार्यवाह पंकज पटवा व डा. रोहित सिंह ने किया।