लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के कोलकाता से आए प्रतिनिधियों ने गुरुवार को भरवारा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य भरवारा एसटीपी में उत्कृष्ट प्रबंधन और संचालन को प्रदर्शित करना था। प्रतिनिधिमंडल में सुभीर नाग (सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर), सुतिर्थ चटर्जी (सूडा), बरुण हालदार (एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, सूडा) और सौति मजूमदार शामिल थे।
यह प्रतिनिधिमंडल विश्व शौचालय दिवस पर राष्ट्रीय ज्ञान कार्यशाला में भाग लेने के लिए लखनऊ आया था। इस कार्यशाला का आयोजन स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के तहत किया गया, जिसमें सूएज़ द्वारा सुरक्षा उपकरणों और समन्वय प्रोटोकॉल का प्रदर्शन किया गया। दौरे के दौरान प्रतिनिधियों ने सूएज़ इंडिया की स्थायी जल-मल प्रबंधन के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की।
सुभीर नाग (सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर) ने दौरे के बाद कहा, “हम ओसीओपी परियोजना के तहत रखरखाव को देखकर बहुत खुश हैं। प्लांट के इनलेट पॉइंट से लेकर आउटलेट पॉइंट तक का दौरा करने के बाद यह स्पष्ट है कि सूएज़ इंडिया ने बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड को प्रभावी ढंग से कम करने और उच्च संचालन मानकों को बनाए रखने में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। हम पश्चिम बंगाल में भी इसी तरह की परियोजना को लागू और क्रियान्वित करना चाहते हैं।”
सुतिर्थ चटर्जी, सूडा, ने भी प्लांट की दक्षता की सराहना करते हुए कहा कि “मैं यह देखकर बहुत खुश हूं कि प्लांट शुरुआत से अंत तक कितनी अच्छी तरह से संचालित और बनाए रखा गया है। ट्रीटमेंट प्रक्रिया के बाद पानी की गुणवत्ता को देखना वाकई प्रशंसनीय है और यह अन्य शहरों के लिए एक मानक स्थापित करता है।”
भरवारा एसटीपी, जो सूएज़ इंडिया द्वारा वन सिटी वन ऑपरेटर मॉडल के तहत संचालित है, शहरी बुनियादी ढांचे और सीवेज ट्रीटमेंट में उत्कृष्टता का एक आदर्श उदाहरण है। इस परियोजना ने लखनऊ में मल-जल की गुणवत्ता में सुधार और शहरी स्वच्छता चुनौतियों के समाधान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।