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त्यौहारी सीजन में उत्तर प्रदेश में एक लाख करोड़ रुपए के व्यापार की संभावना : संजय गुप्ता

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। दीपावली एवं उससे जुड़े अन्य त्यौहारों की श्रृंखला को ज़ोर-शोर से मनाने के लिए व्यापारी और उपभोक्ता दोनों बेहद उत्साहित हैं। यही वजह है कि इस बार दिवाली के त्यौहारों के सीजन में देश के बाज़ारों में लगभग 4.25 लाख करोड़ रुपये के व्यापार होने की संभावना है। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के प्रदेश चेयरमैन संजय गुप्ता ने बताया कि एक अनुमान के अनुसार केवल उत्तर प्रदेश में इस सीजन में एक लाख करोड़ रुपए के व्यापार की संभावना है।

उन्होंने बताया कि कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के 70 शहरों में व्यापारी संगठनों के बीच कराये गये एक हालिया सर्वे की समीक्षा में यह सामने आया कि इस वर्ष देश भर में व्यापारियों ने बड़े पैमाने पर ग्राहकों की माँग एवं पसंद को पूरा करने के लिए व्यापक तैयारियाँ की है। जिस प्रकार से देश भर के बाज़ारों में इस बार रक्षाबंधन, गणेश पूजा, नवरात्रि, दुर्गा पूजा एवं दशहरा पर ग्राहकों द्वारा बड़ी ख़रीदारी की गई। उसको देखते हुए इस वर्ष त्यौहारों के सीजन का व्यापार 4.25 लाख करोड़ रुपये का होने की प्रबल संभावना है। गत वर्ष यह आँकड़ा लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का था।

कैट उत्तर प्रदेश के चेयरमैन एवं उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया कि त्यौहार के सीजन में उत्तर प्रदेश में लगभग 7 करोड़ लोग खरीदारी करते हैं। देश में लगभग 50 करोड़ ग्राहक बाज़ारों में ख़रीददारी करते हैं।

उन्होंने कहा कि यूँ तो इन त्यौहारों में व्यापार के सभी क्षेत्रों में बड़ी बिक्री होती है, लेकिन विशेष रूप से गिफ्ट आइटम्स, मिठाई-नमकीन, ड्राई फ्रूट, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, वस्त्र, आभूषण, कपड़ा, बर्तन, क्राकरी, मोबाइल, फर्नीचर, फ़र्निशिंग, रसोई के उपकरण, घर सजाने का सजावटी सामान, फुटवियर, सौंदर्य प्रसाधन, कास्मेटिक्स, कंप्यूटर एवं आईटी उपकरण, स्टेशनरी, बिजली का सामान, फल, फूल, पूजा सामग्री, मिट्टी के दिये एवं कुम्हारों द्वारा बनाये गये अन्य सामान, भगवानों की तस्वीर, मूर्ति आदि, हार्डवेयर, पेंट, फ़ैशन की वस्तुएँ, खाद्य सामान, सॉफ्ट ड्रिंक, कन्फ़ेक्शनरी, खाद्य तेल, रेडीमेड फ़ूड, खिलौने आदि में बड़ा व्यापार होगा। वहीं देशभर में हज़ारों समारोह होने के कारण सर्विस सेक्टर से जुड़े होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हाल, कैटरिंग, इवेंट मैनेजमेंट, कैब सर्विस, डिलीवरी सेक्टर, कलाकारों सहित इसी तरह के अन्य वर्गों को भी बड़ा व्यापार मिलेगा।

व्यापारी नेता संजय गुप्ता ने बताया कि एक मोटे अनुमान के अनुसार उत्तर प्रदेश में एक लाख करोड़ के अनुमानित व्यापार में लगभग 13% खाद्य एवं किराना में, 9% ज्वेलरी में, 12% वस्त्र एवं गारमेंट, 4% ड्राई फ्रूट, मिठाई एवं नमकीन, 3% घर की साज सज्जा, 6% कास्मेटिक्स, 8% इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मोबाइल, 3% पूजन सामग्री एवं पूजा वस्तुओं, 3% बर्तन तथा रसोई उपकरण, 2% कॉन्फ़ेक्शनरी एवं बेकरी, 8% गिफ्ट आइटम्स, 4% फ़र्निशिंग एवं फर्नीचर एवं शेष 20% ऑटोमोबाइल, हार्डवेयर, इलेक्ट्रिकल, खिलौने सहित अन्य अनेक वस्तुओं एवं सेवाओं पर ग्राहकों द्वारा खर्च किए जाने का अनुमान है। पैकिंग क्षेत्र को भी त्यौहारों पर बड़ा व्यापार मिलेगा।

संजय गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देशवासियों से त्यौहारों पर लोकल बनी वस्तुएँ ख़रीदने का आह्वान किया गया था जिसका बड़ा प्रभाव पूरे देश में दिखाई दे रहा है। जिसको देखते हुए कैट ने उत्तर प्रदेश सहित देश भर के व्यापारी संगठनों से आग्रह किया है कि वो अपने शहर के स्थानीय निर्माताओं, कारीगरों एवं कलाकारों द्वारा बनाये गये उत्पादों को बाज़ार दिलाने में सहयोग करें। आत्मनिर्भर भारत की एक विशिष्ट झांकी दिवाली पर्व के ज़रिए देश एवं दुनिया को दिखाएं। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए वोकल फॉर लोकल तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान की वजह से चीनी सामान की माँग पिछले वर्षों में बड़ी हद तक घटी है। उन्होंने दावा किया कि इस वर्ष त्यौहारी सीजन में चीन का कोई भी सामान बाज़ारों में नहीं बिकेगा। देश भर में व्यापारियों ने त्यौहारों पर बिकने वाला कोई भी सामान चीन से आयात नहीं किया है और अब ग्राहक भी चीनी सामान लेने में क़तई इच्छुक नहीं है बेशक वो सस्ता ही क्यों न हो। देश के हितों के विरुद्ध चीनी हरकतों ने उपभोक्ताओं को चीनी सामान से विमुख कर दिया है।