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वफ़ादारी, हार और भारत की आत्मा की लड़ाई की दमदार गाथा है फिल्म बंदा सिंह चौधरी

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद, एक नई लड़ाई उभरी – जिसने भारत के मूल ढांचे को खतरे में डाल दिया। इन सबमें पंजाब बढ़ते सांप्रदायिक तनाव का केंद्र बन गया, जहाँ हिंदू और सिख समुदाय हिंसा से अलग हो गए, और छाया में छिपे पाकिस्तान की ISI ने कलह की आग को हवा दी। फिल्म बंदा सिंह चौधरी राजनीतिक उथल-पुथल की एक और कहानी नहीं है – यह वफ़ादारी और राष्ट्र की आत्मा की रक्षा के लिए लड़ाई की एक दिल दहला देने वाली गाथा है। अराजकता के बीच एकता की तलाश करने वाले टूटे हुए समुदायों की कहानी को दमदार तरीके से दर्शाती है यह फिल्म।

फिल्म के प्रमोशन के लिए निर्देशक और अभिनेता अरबाज खान, अभिनेता अरशद वारसी, अभिनेत्री मेहर विज के साथ अभिषेक सक्सेना व मनीष मिश्रा सोमवार को नवाबों के शहर पहुंचे। अभिनेता अरशद वारसी ने कहाकि यह फिल्म अपना घर, पहचान बचाने की लड़ाई है। जो व्यक्ति अपना घर बचा सकता है वो देश बचा सकता है। उन्होंने कहा कि फिल्म में आप कितने भी गंभीर किरदार क्यों न निभाएं लेकिन वास्तविक जिन्दगी में इंसान को बहुत सीरियस नहीं होना चाहिए बल्कि मुस्कुराते रहना चाहिए।

निर्माता अरबाज खान ने कहा कि जल्द ही वह सलमान खान के साथ काम करेंगे और दबंग 4 भी शुरू हो सकती है। अभिनेत्री मेहर विज ने कहा कि वह लखनऊ दो ही बार आयी हैं लेकिन यहां की इमारतें, स्ट्रक्चर बार-बार आकर्षित करती है।

फिल्म के निर्देशक अभिषेक सक्सेना ने कहा कि फिल्म कई सच्ची घटनाओं पर आधारित है। मनीष मिश्रा ने कहा कि फिल्म की मार्मिक कहानी को सुनने के बाद इसे बनाने का निर्णय लिया। फिल्म 25 अक्टूबर को फिल्म रिलीज होगी।

शानदार अभिनय और एक मनोरंजक कहानी के साथ, बंदा सिंह चौधरी दर्शकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होने वाला है। जब यह फिल्म 25 अक्टूबर को सिनेमाघरों में आएगी, तो एक ऐसी कहानी के लिए खुद को तैयार रखें जो इतिहास से परे है, एकता और राष्ट्र के लिए दिल से लड़ने का क्या मतलब होता है, यह आपको फिल्म के है सीन में दिखेगा।

अरबाज खान प्रोडक्शन, सीमलेस प्रोडक्शंस एलएलपी और अक्स मूवीज एंड एंटरटेनमेंट के सहयोग के बैनर तले बनी फिल्म बंदा सिंह चौधरी जिसका निर्माण अरबाज खान और मनीष मिश्रा ने किया है।