लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। ‘‘आज होम्योपैथिक चिकित्सा बहुत प्रभावी हो रही है, प्रचार के अभाव में आमजन इसका अधिक लाभ नहीं उठा पाते हैं।” जानकीपुरम विस्तार स्थित हॉलिस्टिक हेल्थ केयर द्वारा आयोजित निःशुल्क चिकित्सा शिविर में उक्त विचार पूर्व पार्षद खुशबू राखी मिश्रा ने पर व्यक्त किये।
मंगलवार को आयोजित शिविर में 200 से अधिक मरीजों की डायबिटीज तथा आंखों की जांचकर होम्योपैथिक औषधि का वितरण किया गया। इस अवसर पर हेल्थ केयर क्लिनिक की डॉ. अर्चना श्रीवास्तव, लायंस क्लब की रिहाना सिद्दीकी, मधु सिंह, साधना सिंह, राधा बिष्ट आदि मौजूद रहे।
डॉ. अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि होम्योपैथी सभी उम्र के लिये अत्यंत लाभदायक है, इसके किसी भी तरह के दुष्प्रभाव नहीं होते हैं। अक्सर मौसम बदलने पर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे हम कई तरह के बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। होम्योपैथिक दवाओं से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, लोग जल्दी-जल्दी बीमार नहीं होते तथा वह आगे भी एक स्वस्थ जीवन जीते हैं।
उन्होंने बताया कि महिलाओं में होने वाली समस्या जैसे पीसीओडी, फाइब्रॉयड, बांझपन आदि में होम्योपैथी बहुत मददगार साबित हुई है। बिना सर्जरी के महिलाओं को पूरी तरह ठीक करने व दवा लेने से शिशु प्रसव आसानी से बिना सिजेरियन के किया जा सकता है।
स्टोन पथरी गांठ को बिना ऑपरेशन के होम्योपैथिक दवाओं से पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। किडनी फेल की समस्या में जिसमें क्रिएटिनिन बढ़ जाता है और किडनी पूरी तरह काम करना बंद कर देती है इसमें अक्सर मरीजों को डायलिसिस या ट्रांसप्लांट की सलाह दी जाती है, ऐसे मामलों में मरीज अगर होम्योपैथिक इलाज ले तो उसे डायलिसिस और ट्रांसप्लांट से बचाया जा सकता है। डॉ. अर्चना ने बताया कि उन्होंने किडनी के कई मरीजों को डायलिसिस और ट्रांसप्लांट से बचाया है और आज वह स्वस्थ जीवन जी रहे हैं।
बुजुर्गों में अक्सर याददाश्त कम होना और नींद ना आने की समस्या होने लगती है, इसमें होम्योपैथी अत्यंत मददगार होती है। इन दवाओं के कोई साइड इफेक्ट नहीं होते, बच्चे इसे बहुत पसंद करते हैं इनको लेना भी आसान होता है। इसमें किसी भी तरह की इंजेक्शन की जरूरत नहीं पड़ती। डॉ. अर्चना ने बताया कि वह बहुत जल्द मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि रोगों से बचाव पर निःशुल्क शिविर आयोजित करायेंगी।