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ELECRAMA 2025 : IEEMA ने स्थायी एवं आत्मनिर्भर पावर सेक्टर के लिए यूपी के दृष्टिकोण को दिया समर्थन

  • IEEMA विद्युत उद्योग यूपी के पावर सेक्टर में मुख्य भूमिका निभाने के लिए तैयार
  • IEEMA ने लॉन्च किया क्वालिटी कैंपेन, लखनऊ में गुणवत्ता, सुरक्षा और विश्वसनीयता पर फोकस

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। इंडियन इलेक्ट्रिकल एण्ड इलेक्ट्रोनिक्स मैनुफैक्चरर्स एसोसिएशन (IEEMA) ने इलेक्ट्रिकल एवं संबंधित उद्योग के लिए क्वालिटी कैंपेन का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य उपकरण निर्माण उद्योग में गुणवत्ता, सुरक्षा और विश्वसनीयता को सुनिश्चित करना है।

एसोसिएशन की यह पहल भारत के विद्युत उपकरण निर्यात को बढ़ावा देती है, जो वर्तमान में 12 बिलियन डॉर पर है। अनिश्चित राजनीतिक परिस्थितियों और चाइना प्लस 1 पॉलिसी के मद्देनज़र मैनुफैक्चरिंग में चीन के विकल्पों की तलाश के बीच, भारत निर्माण के मुख्य गंतव्य के रूप में उभर रहा है और ‘मेक इन इंडिया’ पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है।

यह पहल गुणवत्ता से जुड़े मानकों एवं सरकारी एजेंसियों के निर्देशों के अनुरूप है। जिसके तहत उद्योग जगत की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विशेष कौषल प्रोग्राम पेश किए गए हैं और नई तकनीकों जैसे एआई/आईओटी और डिजिटल एनर्जी पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह पहल विद्युत उपकरणों एवं कम्पोनेन्ट्स के निर्माण में गुणवत्ता के मानक स्थापित करने की IEEMA की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, और सरकार के आत्मनिर्भर भारत दृष्टिकोण को बढ़ावा देती है।

यूपी सरकार के दृष्टिकोण के अनुसार विकास को समर्थन प्रदान कर रही है और इसी के मद्देनज़र उर्जा सेक्टर में रु 75000 करोड़ का निवेश किया गया है। एक अनुमान के मुताबिक राज्य में विद्युत की मांग 2028 तक 53,000 मेगावॉट तक पहुंच सकती है, ऐसे में पावर सेक्टर तकनीकी प्रगति एवं विकास को नई गति प्रदान करेगी।

ELECRAMA 2025 के प्रीव्यू पर बात करते हुए सुनील सिंघवी (प्रेज़ीडेन्ट, IEEMA) ने आज के प्रतिस्पर्धी दौर में गुणवत्ता के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा, ‘‘आज के दौर के उपभोक्ता अन्तर्राष्ट्रीय मानकों से युक्त गुणवत्तापूर्ण प्रोडक्ट्स की मांग करते हैं। हमारा क्वालिटी कैंपेन इस मांग को पूरा करते हुए सुनिश्चित करेगा कि हमारे निर्माता न सिर्फ स्थानीय ज़रूरतों को पूरा कर सकें बल्कि निर्यात के माध्यम से विश्वस्तरीय बाज़ार में भी अपनी मौजूदगी को सशक्त बना सकें। गुणवत्ता पर ध्यान केन्द्रित करते हुए हम मेक इन इंडिया में योगदान दे सकते हैं। इसी के मद्देनज़र ELECRAMA 2025 में मुख्य रूप से गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाएगा।’’

ELECRAMA का आयोजन चौथी बार ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में किया जा रहा है, जो ELECRAMA 2025 का 16वां संस्करण है। दुनिया के सबसे बड़े इस शो में 1100 से अधिक प्रदर्शक, 400000 आगंतुक हिस्सा लेंगे। 15000 से अधिक बी2बी बैठकें होंगी 80 देशों से 600 से अधिक खरीददार पहुंचेंगे तथा 10 से अधिक देशों के पैविलियन होंगे। यह संस्करण अब तक का सबसे बड़ा, सबसे प्रभावी और सबसे गतिशील शो होगा।

हमज़ा आरसीवाला (पूर्व अध्यक्ष IEEMA) ने भारत के इलेक्ट्रिक सिस्टम में यूपी के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में बड़ी कंपिनयां और बड़ी संख्या में एसएमई हैं जो ट्रांसफॉर्मर, केबल, मीटर और पावर इलेक्ट्रोनिक्स बनाते हैं। ये उद्योग भारत के महत्वाकांक्षी विकास में मुख्य भूमिका निभाते हैं। हमारा मानना है कि ELECRAMA 2025 विशाल प्लेटफॉर्म होगा जो इनोवेशन एवं ज्ञान के आदान-प्रदान में मुख्य भूमिका निभाएगा।’

चारू माथुर (महानिदेशक, IEEMA) ने कहा, ‘‘नई तकनीकों को समझने के लिए कौशल अनिवार्य है। हम अपने क्षमता निर्माण प्रोग्रामों के माध्यम से कर्मचारियों को नई तकनीकों के बारे में जागरुक बनाना चाहते हैं, साथ ही पावर सेक्टर में आधुनिकीकरण की चुनौतियों को हल करना चाहते हैं। स्थानीय अधिकारियों के साथ हमारी साझेदारी राज्य के बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने और स्थायी विकास को सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।’

रोड शो के दौरान IEEMA ने इलेक्ट्रिक एवं संबंधित इलेक्ट्रोनिक्स सेक्टरों में इनोवेशन और अवसरों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया। एसोसिएशन ने विभिन्न उद्योगों में भागीदारी बढ़ाने के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किए हैं। ELECRAMA 2025 का आयोजन ग्रेटर नोएडा में 22 से 26 फीसदी के बीच होगा। उम्मीद है कि दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिकल शो विद्युत एवं संबंधित इलेक्ट्रोनिक्स उद्योगों में ऐतिहासिक आयोजन होगा।

ELECRAMA 2025 से पहले लखनऊ में आयोजित रोड शो के दौरान कई रोचक सत्रों और प्रदर्शनियां की घोषणा की गई, जो इलेक्ट्रिक एवं इलेक्ट्रोनिक्स टेक्नोलॉजी में आधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन करेंगी।